Home » West Singhbhum : मनोहरपुर में बिन ब्याही मां की कोख का हुआ 50 हजार में सौदा, पैसों की लालच में युवती का अस्पताल में नहीं करवाया गया प्रसव, बच्चे को जन्म देने के बाद हुई मौत, जांच में जुटा प्रशासन
West Singhbhum : मनोहरपुर में बिन ब्याही मां की कोख का हुआ 50 हजार में सौदा, पैसों की लालच में युवती का अस्पताल में नहीं करवाया गया प्रसव, बच्चे को जन्म देने के बाद हुई मौत, जांच में जुटा प्रशासन
Chaibasa : पश्चिम सिंहभूम जिले के मनोहरपुर में एक बिन ब्याही मां की कोख में पल रहे बच्चे की गर्भावस्था में ही 50 हजार रुपये में सौदा कर लिए जाने का सनसनीखेज मामला सामने आया है. यही नहीं प्रसव के बाद उचित ईलाज नहीं मिलने के कारण बच्चे को जन्म देने वाली मां की 24 घंटे के अंदर मौत भी हो गयी है. इस मामले में आनंदपुर अस्पताल की एक नर्स, एक सहिया और गर्भ का सौदा करने वाली एक महिला अब जांच के घेरे में है.
यह है मामला
मामला पश्चिम सिंहभूम जिले के तुरी टोला का है. वहां एक किराए के मकान में कुछ महीने से गुपचुप तरीके से रह रही 20 साल की एक अविवाहित युवती ने एक बच्चे को जन्म दिया, लेकिन 24 घंटे के अन्दर ही महिला की मौत हो गयी. महिला की मौत के बाद इस पूरी घटना के पीछे चल रही कोख की खरीद-फरोख्त का घिनौना मामला सामने आया है. इस मामले में आनंदपुर सरकारी अस्पताल की एक नर्स समिति सिन्हा, सहिया साधना साहू और कोख का सौदा करने वाली गुड्डी गुप्ता पर कई गंभीर आरोप लग रहे हैं.
चेन्नई से लौटी थी युवती
दरअसल अविवाहित गर्भवती युवती चेन्नई मजदूरी करने गई थी. आशंका व्यक्त की जा रही है की चेन्नई में शारीरिक संबंध स्थापित होने से वह गर्भवती हो गई. उसके बाद वह विगत कुछ माह पहले चेन्नई से वापस आ गई और दो महीने से मनोहरपुर के तूरी टोला में सहिया साधना साहू और बच्चे को गोद लेनेवाली महिला मनोहरपुर निवासी गुड्डी गुप्ता की देखरेख में टोले की महिला गुलशन बानो के किराए के एक मकान में रह रही थी. (नीचे भी पढ़ें)
सहिया पर यह है आरोप
इसी दौरान प्रसव पीड़ा होने पर शनिवार की रात 8 बजे सहिया साधना साहू ने युवती को अस्पताल ले जाने के बजाये आनंदपुर की एक नर्स समिति सिन्हा के जरिए किराए के मकान में ही प्रसव करवा दिया. इस मामले में नर्स का कहना है कि सहिया साधना साहू ने बताया था कि महिला अस्पताल ले जाने लायक नहीं है, जिसके कारण उसने घर जाकर प्रसव करने में मदद की. हालांकि उसने प्रसव के बाद सहिया को जच्चा बच्चा को मनोहरपुर अस्पताल में भर्ती करने की सलाह दी थी, लेकिन सहिया ने ऐसा नहीं किया. बच्चे को जन्म देने के बाद रविवार की शाम को युवती की स्थिति बिगड़ गयी. सहिया आनन फानन में बच्चे और युवती को मनोहरपुर सरकारी अस्पताल लेकर गई. जहां ड्यूटी पर तैनात डॉक्टर जय शंकर ने रविवार शाम 6 बजे युवती को मृत घोषित कर दिया.
शव रखकर मकान में मारा ताला
उसके बाद सहिया मृतका के शव को किराए के उसी मकान में ले गयी और मकान के अंदर शव को रखकर बाहर से ताला बंद कर दिया. सहिया ने 50 हजार में बच्चे को बेचने के लालच में युवती को अस्पताल ले जाना जरुरी नहीं समझा, जिसके कारण युवती ने उचित इलाज के अभाव में तड़पते हुए दम तोड़ दिया. इस बात की भनक मनोहरपुर पंचायत समिति सदस्य खुशबू गुप्ता और उप मुखिया परितोष यादव को लग गयी. उसके बाद लोगों ने हंगामा मचाया और पूरा मामला परत दर परत खुल गया. (नीचे भी पढ़ें)
बच्चे के साथ धरी गई गोद लेनेवाली महिला
इधर, बच्चे को गोद लेने वाली महिला गुड्डी गुप्ता भी बच्चे के साथ धरी गई. पकड़े जाने पर उसने अपनी सफाई में कहा कि यह उसका बच्चा नहीं है. वह किसी बच्चे को गोद लेने की चाह में घाटकुड़ी गांव की सहिया चांदो चांपिया और मनोहरपुर की सहिया साधना साहू के संपर्क में आई थी. उसे सहिया ने कहा था कि युवती की डिलिवरी आदि का खर्च वहन कर लोगी तो इसका बच्चा तुम्हें दिला देंगे. बच्चे को गोद लेने की चाह में उसने गर्भवती का खर्च सहिया साधना साहू को भेज दिया करती थी. 50 हजार में पूरा सौदा हुआ था. उसने बताया कि वह युवती को 3-4 महीने से ही जानती थी. इधर सहिया साधना साहू ने कोख का सौदा करने के आरोप को झूठा बताया है और कहा है कि उसके ऊपर गलत आरोप लगाये जा रहे हैं.
मामले की जांच के लिए टीम का गठन
वहीं इस मामले को सरकारी अस्पताल के वरीय अधिकारीयों ने गंभीरता से लिया है. जानकारी मिली है कि पूरे मामले की जांच पश्चिम सिंहभूम के सीएस के द्वारा गठित एक टीम करेगी. जांच में जो भी दोषी पाए जाएंगे, उन पर कार्रवाई होगी. इधर बच्चे को जन्म देने वाली युवती के शव को पोस्टमार्टम के लिए चक्रधरपुर भेज दिया गया है. वहीं युवती के परिजन भी मनोहरपुर पहुंच चुके हैं. उनका कहना है कि युवती काम के लिए चेन्नई गयी थी, मनोहरपुर में कैसे और कब से रह रही है यह उन्हें भी नहीं पता है.