जमशेदपुर : नए साल का आगाज गुरु की गोद में करने को समर्पित सामाजिक संस्था गुरु नानक सेवा दल ट्रस्ट के दो दिवसीय कीर्तन दरबार में स्वर्ण मंदिर दरबार साहब अमृतसर के पूर्व हेड ग्रंथी सिंह साहिब ज्ञानी मान सिंह ने श्री गुरु ग्रंथ साहिब, महान गुरुओं, भक्तों की वाणी को उद्धृत करते हुए कहा कि जिनके हृदय में भगवान है. वही श्रेष्ठ है. वह परिपूर्ण है. वह इच्छाओं से परे है. उनके अनुसार ईश्वर के अनेकों नाम है. सतनाम ही सच्चा नाम है.
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मनुष्य इच्छाओं का दास है
मनुष्य इच्छाओं का दास है और इन्हें पूरा केवल ईश्वर ही कर सकता है. गुरु मत के अनुसार पारसमणी, चकर्मानी, कल्पवृक्ष, कामधेनू मिथ्या है. इस जगत में बड़े-बड़े सुरमा राजा धनवान हुए लेकिन समय के अंतराल में सभी का नाम मिट गया. ईश्वर और उसके सच्चे भक्त, उनकी वाणी अजर अमर है.
क्षणिक मात्र है इत्र का लेपन
केसर चंदन इत्र आदि कोटि पदार्थ का लेपन शरीर पर कर लें परंतु आत्मा अशुद्ध है. अंदर की दुर्गंध है तो वह सब क्षणिक मात्र है. परंतु ईश्वर की कृपा जिस पर होती है उसकी काया केसर युक्त बन जाती है.
राग गुरबानी गायन
इसके साथ ही कीर्तन दरबार में रागी प्रिंसपाल सिंह पटियाला वाले, भाई संदीप सिंह जवद्दी लुधियाना वाले, श्री दरबार साहिब के हजूरी रागी भाई जगतार सिंह राजपुरा, सुखमणि साहिब जत्था ने मनोरम राग गुरबाणी गायन किया.
पत्रकार और एसएसपी किए गये सम्मानित
गुरु दरबार में वरीय पुलिस अधीक्षक कौशल किशोर नगर पुलिस अधीक्षक मुकेश लुणावत, पुलिस निरीक्षक संजय सिंह, दैनिक आईना एवं इस्पात मेल के प्रकाशक ब्रज भूषण सिंह, संपादक जयप्रकाश, वरिष्ठ पत्रकार त्रिलोचन सिंह, सेंट्रल गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रधान भगवान सिंह, चेयरमैन शैलेंद्र सिंह, महासचिव अमरजीत सिंह, प्रधान निशान सिंह, प्रधान बीबी रविंदर कौर बीबी कमलजीत कौर गिल, बीबी कमलजीत कौर, बीबी गुरमीत कौर, होटल व्यवसायी रणवीर सिंह खनूजा, आयोजन स्थल पर स्वास्थ्य शिविर आयोजक गुरु नानक अस्पताल के निर्मल सिंह सहित कई प्रधान बुद्धिजीवी पत्रकारों को सम्मानित किया गया.
इनका रहा सक्रिय योगदान
ट्रस्ट के महासचिव श्याम सिंह भाटिया, कोषाध्यक्ष अजीत सिंह गंभीर, सुखविंदर सिंह, रिखराज सिंह रिक्की, जोगिंदर सिंह जोगी, अमरीक सिंह मिक्के, त्रिलोचन सिंह पप्पी बाबा, त्रिलोचन सिंह लोची, साहिब सिंह, गुरदीप सिंह काके, तरणप्रीत सिंह बन्नी, नानक सिंह एवं अन्य व्यवस्था में लगे हुए थे. संचालन सोनारी कमेटी के महासचिव सरदार सुखविंदर सिंह ने किया. रविवार के सुबह के दीवान में तकरीबन दस हजार लोगों ने हाजिरी भरी और लंगर ग्रहण किया. रात के दीवान में तकरीबन 40 हजार संगत के जुटने और श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी महाराज पर पुष्प वर्षा करने का अनुमान है.