जमशेदपुर।
आमतौर पर ट्रेन में यात्रा के दौरान टिकट चेक करते हुए टीटी को हम देखते है। टीटी के बारे लोग इतना जानते है कि उनका काम है ट्रेन में ट्रेन चौंकिग करना। लेकिन अब आपको बतां दे कि टीटी का टिकट चेक करना तो मुख्य काम तो है। लेकिन अब वही टीटी यात्रियों के छुटे समान या वैसे बच्चे जो घर से भागकर या ट्रेन में छुटे बच्चे या बीमार यात्रियो को मदद करने में पीछे नही हटते है। ऐसे कई मामले हाल के दिनों में सामने आए है जिसमे ट्रेन में डयूटी करने वाले टीटी ने ट्रेन में यात्रियों के छुटे समानो को लौटाया। यही नही बीमार पड़ने वाले यात्रियो को मदद की है।
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पढ़े दस मामलें
- रेलगाड़ी संख्या 18011 में यात्रा करने के दौरान एक महिला यात्री का बैग छुट गया था और वह यात्री पुरूलिया में उतर गयी थी ,जिसे टिकट चेकिंग स्टाफ के०एन० श्रीनिवासन अय्यर TTI/ADRA ने ढुंढ कर महिला यात्री को वापस किया।अपना खोया हुआ सामान सुरक्षित पाकर यात्री बहुत खुश हुई और रेलवे प्रशासन का आभार व्यक्त किया।
2 रेलगाड़ी संख्या 12859 में कार्य करने के दौरान टिकट चेकिंग स्टाफ राहुल लांडगे TE/NGP को एक नाबालिग लड़की बिना टिकट यात्रा करते हुए मिली जिससे पुछताछ करने पर पता चला कि वह घर से बिना बताए ही निकल कर आ गयी है। टिकट चेकिंग स्टाफ ने तुरंत ही मामले की जानकारी वाणिज्य नियंत्रक को दिया और उनके दिशा निर्देश पर लड़की को रेलवे सुरक्षा बल वर्धा को सुपुर्द कर दिया।
3. झारसुगुड़ा रेलवे स्टेशन पर कार्यरत टिकट चेकिंग स्टाफ संतोष कुमार TE/JSG को एक पर्स मिला जिसमें ATM कार्ड, आधार कार्ड और कुछ जरूरी कागजात थे। टिकट चेकिंग स्टाफ ने यात्री को सुचित कर बुलाया और सत्यापन के बाद पर्स लौटा दिया।
4 .रेलगाड़ी संख्या 12819 में कार्य करने के दौरान टिकट चेकिंग स्टाफ आर०के० परीदा TTI/BBS को एक बैग मिला जिसमें बहुमूल्य कागजात और पैसे थे, टिकट चेकिंग स्टाफ ने बैग के मालिक को ढुंढ कर उनका बैग वापस कर दिया।
5.रेलगाड़ी संख्या 13288 में कार्य करने के दौरान टिकट चेकिंग स्टाफ पी० एल० महंतों Dy CTI/TATA एवं कार्तिक कुमार Dy CTI/TATA को एक मोबाइल फोन मिला ,जिसे उन्होंने सही यात्री को ढुंढ कर सत्यापन के बाद लौटा दिया।
6. रेलगाड़ी संख्या 13287 में कार्य करने के दौरान टिकट चेकिंग स्टाफ अनिल कुमार TTI/ADRA को एक 12 वर्ष का छोटा बच्चा बिना टिकट यात्रा करते हुए मिला। जब बच्चे से पूछताछ किया गया तो पता चला कि परीक्षा मे कम नंबर आने की वजह से माँ पिताजी के डांट के डर बच्चा घर से बिना बताए ही निकल कर टाटानगर रेलवे स्टेशन से ट्रेन मे टाटानगर से पटना की ओर जाने वाली गाड़ी संख्या 13287 में बैठ गया। उसके बाद बच्चे को रेलवे सुरक्षा बल पुरुलिया को सुपुर्द कर दिया और उनके घर के लोगो को भी जानकारी दे दी गई।
7. रेलगाड़ी संख्या 13288 में कार्य करने के दौरान टिकट चेकिंग स्टाफ पींटु कुमार TTI/ADRA को एक लैपटॉप मिला। टिकट चेकिंग स्टाफ ने सभी यात्रियों से पूछताछ किया लेकिन किसी ने भी उसे अपना होना नहीं बताया उसके बाद टिकट चेकिंग स्टाफ ने वाणिज्य नियंत्रक को सुचित कर उनके दिशा निर्देश पर लैपटॉप को रेलवे सुरक्षा बल टाटा को सुपुर्द कर दिया।
8. रेलगाड़ी संख्या 20821 में कार्य करने के दौरान टिकट चेकिंग स्टाफ एन०के० सांपूई TTI/SHM को एक लैपटॉप मिला जिसे कोच में सभी यात्रियों से पूछताछ किया गया लेकिन किसी भी यात्री ने उसे अपना होना नहीं बताया उसके बाद टिकट चेकिंग स्टाफ ने वाणिज्य नियंत्रक को सुचित कर उनके दिशा निर्देश पर लैपटॉप को रेलवे सुरक्षा बल खड़गपुर को सुपुर्द कर दिया।9.रेलगाड़ी संख्या 18109 में कार्य करने के दौरान टिकट चेकिंग स्टाफ बिमल सुना CTI/JSG को कोच संख्या एस 1 के एक यात्री ने बताया कि उनकी एक छोटी बेटी है जिसकी तबियत खराब हो गई है और जिस दवाई से वो ठीक होती है वह भी खत्म हो गया है। स्टेशन मास्टर के सहयोग से टिकट चेकिंग स्टाफ ने बामरा रेलवे स्टेशन पर वह दवाई उपलब्ध कराई और यात्री को दिया। यात्री टिकट चेकिंग स्टाफ के द्वारा किए गए त्वरित कार्रवाई से काफी खुश हुए और रेलवे प्रशासन को धन्यवाद दिया।
10 .रेलगाड़ी संख्या 12021 में यात्रा कर रहे एक यात्री श्री आकाश मोहंती अपना पर्स ट्रेन में ही छोड़ कर उतर गये, ट्रेन में कार्यरत टिकट चेकिंग स्टाफ अनिल कुमार सिंह CTI/TATA को वो पर्स मिला , पर्स में मिले फोन नंबर पर संपर्क कर उन्हें पर्स मिलने की सुचना दी। टिकट चेकिंग स्टाफ के द्वारा पर्स उनके रिश्तेदार को वापसी में बरा जामदा जंक्शन पर लौटा दिया गया।
साभार – Indian Railway Ticket Checking Staff Organisation