रेल खबर।
झारखंड स्टेट गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी का प्रतिनिधीमंडल ने सोमवार को चक्रधरपुर रेल मंडल मुख्यालय का दौरा किया . अपने इस दौरे
के क्रम में गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी ने रेल मंडल मुख्यालय में चक्रधरपुर के डीआरएम एजे राठौड़ से मुलाकात की. अपनी इस मुलाकात
में गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी ने डीआरएम एजे राठौड़ का स्वागत किया. इसके बाद कमेटी ने डीआरएम को ट्रेनों की समस्याओं को लेकर
दो मांग पत्र सौंपा गए. दोनों मांग पत्र सौंप कर गुरुद्वारा कमेटी ने पंजाब की ओर चलने वाली दो ट्रेनों को पहले की तरह सामान्य रूप से
चलाने की मांग की.
गुरुद्वारा कमेटी ने मांग पत्र सौंप कर कहा है कि टाटानगर से अमृतसर चलने वाली ट्रेन संख्या 18103/18104 जलियांवाला बाग
एक्सप्रेस को कोहरे का बहाना बनाकर 3 महीनों के लिए रेलवे ने रद्द कर दिया है. इस ट्रेन के रद्द कर दिए जाने से जमशेदपुर से पंजाब
की ओर जाने वाले यात्री परेशान है. उन्हें पंजाब की ओर जाने के लिए पर्याप्त ट्रेन नहीं मिल पा रही है.
सिख समाज ने रेलवे को एक सप्ताह का अल्टीमेटम देते हुए इस ट्रेन को जल्द से जल्द पहले की तरह नियमित रूप से चलाने की मांग
की है.
ट्रेन नही चलाने पर चक्का जाम करने की चेतावनी
प्रतिनिधीमंडल ने रेलवे प्रशासन को चेतावनी देते हुए कहा है कि रेलवे इस मामले में एक सप्ताह के अंदर जलियांवाला बाग एक्सप्रेस
ट्रेन को निर्णय नहीं लिया गया तो टाटानगर स्टेशन के समीप धरना प्रदर्शन किया जाएगा। यही नहीं जरुरत पड़ने पर रेल चक्का जाम
कर ट्रेनों को रोका जाए। इस दौरान रेलवे को जो भी नुकसान होगा उसकी सारी जिम्मेदारी चक्रधरपुर रेल मंडल की होगी।
टाटा – जम्मूतवी एक्सप्रेस को रोजाना चलाने की मांग
गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी ने इसके अलावा टाटा से अमृतसर जाने वाली ट्रेन संख्या 18101/18102 जम्मूतवी एक्सप्रेस का परिचालन पहले
की तरह रोजाना करने की मांग की है.
कमेटी का कहना है कि रेलवे ने कोरोना काल में बंद पड़ी ट्रेन को जब दोबारा चलाने की घोषणा की तो अचानक 1 जुलाई 2022 को इस
ट्रेन के फेरे में कटौती करते हुए इसे सप्ताह में 3 दिन चलाने का फरमान जारी किया।
पंजाब जाने वाले यात्रियों को हो रही परेशानी
वही इस वजह से पंजाब की ओर आने- जाने वाले रेल यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
इस ट्रेन को पहले की तरह सप्ताह में रोज चलाया जाए।
कमेटी ने कहा है कि पंजाब की ओर आने – जाने के लिए नियमित रूप से पहले की तरह ट्रेनों के नहीं मिलने से सिख समुदाय व अन्य
रेलयात्री रेलवे से बहुत नाराज और आक्रोशित हैं।
रेलवे दोनों ट्रेनों के परिचालन को लेकर मांग अनुरूप सकारात्मक निर्णय नहीं लेती है तो रेलयात्री स्टेशन में बड़े पैमाने पर प्रदर्शन और
रेल चक्का जाम करेंगे।