जमशेदपुर : सरना धर्म कोड को लागू करने की मांग को लेकर विभिन्न आदिवासी संगठनों की ओर से आहूत चक्का जाम आंदोलन शुरू हो चुका है। इसके तहत आज आदिवासी सेंगल अभियान के द्वारा करनडीह मुख्य सड़क को जाम कर दिया गया।
आदिवासी सेंगल अभियान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व सांसद सालखन मुर्मू के नेतृत्व मे टाटा हाता-मुख्य सड़क पर अभियान से जुड़े कई लोग उतर आए और नारेबाजी की। इस दौरान वाहनों की लंबी कतार लग गई। बता दें कि इस आंदोलन में केंद्रीय सरना समिति, अखिल भारतीय आदिवासी विकास परिषद और आदिवासी सेंगेल अभियान के अलावे कई आदिवासी संगठन शामिल है।
क्या है मांगे
आदिवासी संगठनों द्वारा केंद्र सरकार से अगले साल होने वाली जनगणना में अलग सरना धर्म कोड लागू करने की मांग की जा रही है। इस संबंध में आंदोलन का नेतृत्व कर रहे जनता दल यूनाइटेड के प्रदेश अध्यक्ष व आदिवासी सेंगेल अभियान के राष्ट्रीय अध्यक्ष पूर्व सांसद सालखन मुर्मू ने कहा कि यह आंदोलन हर हाल में सरना धर्म कोड हासिल करने के लिए आदिवासी समाज के भीतर सद्बुद्धि, एकजुटता और आंदोलन की अनिवार्यता है। यह इसलिए भी जरूरी है, ताकि 2021 की जनगणना में सभी प्रकृति पूजक आदिवासी अपनी धार्मिक पहचान और आजादी के साथ शामिल हो सकें। जबरन हिंदू और ईसाई आदि बनने से बच सकें ।