जमशेदपुर : बालिगुमा सुखाना बस्ती और भीमनगर में आज सरहुल पूजा का आयोजन किया गया. इस अवसर पर गांव के लाया शरत महतो ने गांव के सुख समृद्धि और शांति की कामना की. पूजा की शुरुआत सुबह साल वृक्ष के फूल (सलोई फूल) लाकर पूरे गांव में घर-घर में बांटने से हुई. इसके बाद जाहेरथान में पूजा-अर्चना की गई. मुर्गा और बकरे का बलि भी दी गई.
पारंपरिक नृत्य और संगीत
सरहुल पूजा एक पारंपरिक त्योहार है. प्रकृति और जीवन की नव चेतना का प्रतीक है. इस अवसर पर गांव के लोगों ने एकत्रित होकर अपने पूर्वजों और प्रकृति की पूजा की. साथ में सुख और समृद्धि की कामना भी की. गांव के लोगों ने इस अवसर पर पारंपरिक नृत्य और संगीत का भी आनंद लिया. सरहुल पूजा के आयोजन से गांव के लोगों में एकता और सौहार्द की भावना बढ़ी है.