जमशेदपुर : उलीडीह से युवती का लापता होना और फिर वाट्सएप पर दुष्कर्म की मैसेज देने के मामले में कहीं परिवार के लोगों ने ही तो पुलिस को गुमराह नहीं किया है. अब मामले में सवाल यह उठ रहा है कि आखिर पुलिस मामले में 3-4 दिनों तक परेशान रही और मामला बिल्कुल उलट निकल गया. लोगों का कहना है कि मामले में पुलिस को निष्पक्ष होकर जांच करनी चाहिए.
पूरे मामले में युवती की ओर से परिवार के लोगों को वाट्सएप मैसेज कर यह जानकारी दी गई थी कि वह जिस कंपनी में काम करती है वहां का संचालक ही उसका अपहरण कर लिया है और दुष्कर्म किया है. साथ ही कहीं छिपा दिया है.
भागी थी ब्वायफ्रेड के साथ
आखिर जब युवती अपने ब्वायफ्रेड के साथ भागी थी तब उसे मामले को दूसरा रूप देने की क्या जरूरत थी. ऐसे में पुलिस ने संचालक को हिरासत में लेकर पूछताछ भी की थी.
कोर्ट में भी मामले से मुकर गई युवती
जब युवती का कोर्ट में 164 का बयान कराया गया था तब वह साफ मुकर गई थी. उसने दुष्कर्म के आरोप से कंपनी संचालक को साफ अलग कर दिया. आखिर युवती संचालक को ही क्यों फंसाना चाहती थी.
क्या कह रही है पुलिस
पूरे मामले में उलीडी थानेदार से संपर्क करने पर उन्होंने बताया कि युवती कोर्ट में संचालक के खिलाफ कुछ बोलने को तैयार नहीं है. अब उसका मेडिकल कराया गया है. अगर मेडिकल में कुछ और मामला सामने आता है तब पुलिस मामले को अपने स्तर से लेगी. केस का दूसरा पहलू यह भी है कि पुलिस मामले को रफा-दफा कर देगी.