जमशेदपुर ।
झारखंड सरकार के कृषि विभाग के सचिव अबू बकर सिद्दीकी सोमवार को जमशेदपुर पहुंचे. यहां जिला मुख्यालय सभागार में उन्होंने कृषि विभाग के कार्यों की समीक्षात्मक बैठक की. इस मौके पर जिले की उपायुक्त विजया जाधव के अलावा कृषि विभाग के सभी अधिकारी मौजूद रहे. विभागीय कार्यों की समीक्षा के दौरान सचिव ने पाया कि कई अधिकारी कार्य के निष्पादन में लक्ष्य से पीछे चल रहे हैं. उन्होंने इस पर गहरी नाराजगी जाहिर की. साथ ही, लक्ष्य से पीछा चल रहे अधिकारियों से जवाब-तलब करते हुए उनकी जमकर क्लास लगाई. साथ ही, संबंधित पदाधिकारियों को लक्ष्य प्राप्ति को लेकर कई महत्वपूर्ण सुझाव भी दिए. ताकि तय समय सीमा में लक्ष्य को प्राप्त किया जा सके. बैठक के बाद कृषि विभाग के सचिव अबू बकर सिद्दीकी ने पत्रकारों से बात की. उन्होंने कहा कि बैठक में विभागीय कार्यों की गहन समीक्षा की गई. साथ ही अधिकारियों को कई जरूरी दिशा-निर्देश भी दिए गये. दूसरी ओर, बैठक में यह बात भी सामने आई कि पशुपालन को लेकर कई लोगों को राशि प्राप्त होने के बाद भी पशुओं की खरीदारी नहीं की गई है. ऐसे लोगों से राशि की वसूली कर जरूरतमंद लोगों तक राशि पहुंचाने के कृषि विभाग के सचिव ने आदेश दिए गए हैं. साथ ही उन्होंने उद्यान विभाग के पदाधिकारी को कृषकों को खेती किसानी के लिए तकनीकी प्रशिक्षण दिलाने के निर्देश दिए. जिले में 300 लक्ष्य के विरूद्ध 180 किसानों को अब तक कृषि विज्ञान केन्द्र में प्रशिक्षण दिलाया गया है, वहीं मशरूम उत्पादन अंतर्गत 250 लक्ष्य के विरूद्ध 210 कृषकों को प्रशिक्षण दिया जा चुका है.
बड़े स्तर पर मत्स्य उत्पादन पर जोर
इस दौरान मत्स्य पदाधिकारी ने बताया कि 5 बायो फ्लॉक के लक्ष्य के विरूद्ध 3 पर काम शुरू है, शेष 2 के लिए भी जल्द लाभुक का चयन करने का निर्देश दिया गया. जिले में मत्स्य पालन में बेहतर संभावनाओं को देखते हुए कृषि सचिव द्वारा बड़े स्तर पर मत्स्य उत्पादन कराने की बात कही गई. धान अधिप्राप्ति में सिर्फ 22 हजार किसानों के निबंधन पर असंतोष जताते हुए कहा कि अगले दो से तीन दिनों में सभी प्रखंडों को 1-1 हजार का लक्ष्य देते हुए किसानों का निबंधन बढ़ायें. जिन किसानों का फसल राहत योजना के अंतर्गत निबंधन हुआ है उनके फसलों के सत्यापन का निर्देश दिया गया. भूमि संरक्षण विभाग को जिले में 100 तालाबों के जीर्णोद्धार का लक्ष्य प्राप्त है. योजना के तहत जनजाति, पिछड़े समुदायों को प्राथमिकता देने एवं मत्स्य पालन के लिए प्रेरित करने की बात कही गई.
बैठक में ये रहे मौजूद
इस अवसर पर प्रखंडों के वरीय प्रभारी में एडीएम लॉ एंड ऑर्डर नन्दकिशोर लाल, निदेशक डीआरडीए सौरभ सिन्हा, एसडीएम धालभूम पीयूष सिन्हा, निदेशक एनईपी ज्योत्सना सिंह, एसओआर दीपू कुमार, जिला परिवहन पदाधिकारी दिनेश रंजन तथा जिला कृषि पदाधिकारी मिथिलेश कालिंदी, जिला पंचायत राज पदाधिकारी डॉ रजनीकांत मिश्रा, जिला सहकारिता पदाधिकारी विजय प्रताप तिर्की, जिला पशुपालन पदाधिकारी डॉ सुरेन्द्र कुमार समेत अन्य सभी संबंधित विभागीय पदाधिकारी मौजूद रहे.