जमशेदपुर : साकची थाना क्षेत्र में 20 मार्च 2008 को पूर्व जज आरपी रवि पर हुई फायरिंग के मामले में साकची के पूर्व थाना प्रभारी जगदीश प्रसाद ने मंगलवार को एडीजे 4 राजेंद्र प्रसाद हिन्हा की अदालत में गवाही हुई. गवाही में कहा कि घटना के बाद 5 नवंबर 2008 को अखिलेश गैंग का बंटी जायसवाल गोलमुरी से गिरफ्तार हुआ था. उसने खुद का और सहयोगियों की संलिप्ता स्वीकार किया था. इसके बाद उसकी निशानदेही पर हथियारों का जखीरा बरामद किया गया था.
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भोला सिंह और बिट्टू मिश्रा को किया गया था गिरफ्तार
घटना के बाद टास्क फोर्स का गठन करने के बाद बिट्टू मिश्रा और भोला सिंह को डिमना से गिरफ्तार किया गया था. दोनों ने बताया था कि वह अखिलेश सिंह और विक्रम सिंह के लिये काम करता है. उसने पुलिस को बताया था कि जो भी हत्या और फायरिंग की घटनायें घट रही है उसमें अखिलेश सिंह का ही हाथ है.
रंजीत, रितेश, लल्लू व सुधीर ने की थी रेकी
जगदीश प्रसाद ने कोर्ट को बताया था कि घटना के दिन रंजीत, रितेश, लल्लू सिंह और सुधीर दुबे ने रेकी की थी. वे पूर्व जज के घर के आस-पास में ही थे पूरी नजर रख रहे थे. घटना के बाद आरपी रवि की पत्नी ने टेंपो से टीएमएच पहुंचाया था. इस मामले में अखिलेश सिंह पर कोर्ट में अलग से सुनवायी हो रही है.
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