जमशेदपुर।
सोनारी कबीर मंदिर के पास एक दिवसीय निशुल्क पौधा वितरण कार्यक्रम में लगभग एक सौ से ज्यादा आंवले के पौधा का वितरण किया गया। वितरण करते हुए सुनील आनंद ने कहा कि अंधविश्वास से ऊपर उठकर पौधों को उपयुक्त जगह पर ही लगाएं कभी भी जमीन में लगने वाले पौधों को अंधविश्वास में आकर गमले में लगाकर पूजा के नाम पर उसे बर्बाद ना करें जमीन में लगाकर उसकी सेवा करें लोग जमीन में उगने वाले पौधे को गमले में लगाकर जरूरत से ज्यादा पूजा के नाम पर पौधों में प्रतिदिन ज्यादा पानी डालकर सुखा देते हैं इन सब चीजों से बचें ,,पर्यावरण को नष्ट होने से बचाएं। निशुल्क पौधा वितरण कार्यक्रम के लगभग 100 से भी ज्यादा फलदार एवं औषधीय उपयोग वाले पौधों का वितरण किया गया जैसे , आंवला,आम, ,कटहल ,हर्रे, अमरूद ,जामुन ,करंज पीपल अन्य तरह के छोटे पौधे भी दिए गए।आनंद मार्ग यूनिवर्सल रिलीफ टीम ग्लोबल एवं प्रीवेंशन आफ क्रुएलिटी टू एनिमल्स एंड प्लांट्स (PCAP)जमशेदपुर की ओर से से पिछले 15 सालों से आज तक लगभग 1लाख 35 हजार से भी ज्यादा पौधा का निशुल्क वितरण किया जा चुका है।
आनंद मार्ग का कहना है कि जब तक हम पेड़ पौधों एवं जीव ,जंतु को अपने परिवार का सदस्य के रूप में स्वीकार नहीं किया करेंगे तब तक प्रकृति का कल्याण संभव नहीं है ,इसलिए नव्य -मानवतावादी विचारधारा से समाज का कल्याण संभव है ,नव्य मानवतावाद बताता है कि इस पृथ्वी पर मनुष्य ही नहीं अनेक प्रकार के पेड़ ,पौधे जीव जंतु इस पृथ्वी रूपी परिवार के सदस्य हैं ,हम इस पृथ्वी के बुद्धिमान जीव होने के नाते हमारा कर्तव्य बनता है कि सभी को परिवार सदस्य के रूप में स्वीकार किया जाए , मनुष्य का परम आदर्श नव्य- मानवतावाद होना चाहिए तभी पृथ्वी का कल्याण संभव है।