जमशेदपुर : टाटा-हाता सड़क मार्ग पर शुक्रवार की दोपहर एक विक्षिप्त युवक अचानक पत्थर फेकने लगा। उसकी हरकतों से घबराकर बाइक चालक व अन्य वाहन चालकों ने अपनी गाड़ियां रोक दी। लोगों को आशंका थी कि पत्थर का टूकड़ा कहीं उसके पत्थर का शिकार न हो जाए। कुछ लोग यह भी सोचने लगे थे कि कहीं उनपर ही पत्थर का टूकड़ा न गिर जाए। सड़क पर आवागमन करने वाले लोग जितनी मुंह उतनी बातें कर रहे थे।
10 मिनट तक थम गया था आवागमन
विक्षिप्त की हरकतों से मुख्य सड़क पर करीब 10 मिनट के लिए आवागमन पूरी तरह से थम गया था। वह लोगों को देखकर ही उनपर पत्थर फेक रहा था। पत्थर उसे सड़क किनारे आसानी से मिल जा रहा था। जैसे ही कोई राहगीर या वाहन चालक सड़क से गुजरता था कि वह उसपर पत्थर चला देता था।
भीड़ देखकर लोगों को लगा कि दुर्घटना हुई होगी
एक पल के लिए तो वाहन चालकों को लगा था कि सड़क पर दुर्घटना हुई होगी। इस कारण से सड़क पर बड़ी संख्या में लोग जुटे हुए हैं। करीब जाने से लोगों को सच्चाई का पता चला और वे एक किनारे दुबक लिए। विक्षिप्त युवक करीब 10 मिनट तक पत्थरों को फेकने के बाद खासमहल अस्पताल की तरफ गाली देते हुए चला गया।
सदर अस्पताल में भी किया था हंगामा
विक्षिप्त युवक इसके पहले खासमहल के सदर अस्पताल में भी पहुंचा हुआ था। उसने अपनी कमर पर फटा हुआ एक गमछा लपेटे हुए था। बाकी शरीर पर कपड़े नहीं थे। हट्टा-कट्ठा विक्षिप्त जब सदर अस्पताल में पहुंचा, तब वह उंची आवाज में बाते कर रहा था। अगर कोई टोक दिया तब उसके साथ गाली-ग्लौज भी कर रहा था। अस्पताल में भी करीब 10 मिनट तक हो-हंगामा किया और लोगों को अपनी तरफ खीचने के बाद अपने आप बाहर निकल गया। अस्पताल से बाहर निकलने के बाद ही उसने गेट के सामने मुख्य सड़क पर लोगों पर पत्थर फेकना शुरू कर दिया था।