जमशेदपुर : भारत सरकार में विधि एवं न्याय मंत्रालय का फर्जी प्रधान सलाहकार बनकर पत्नी के साथ मिलकर लाेगाें काे नाैकरी दिलाने का झांसा देकर उनसे कराेड़ाें रुपए ठगने वाले दंपत्ति काे पुलिस ने गिरफ्तार किया है। इसके साथ ही इनके एक अन्य सहयोगी को भी जमशेदपुर पुलिस ने रांची से गिरफ्तार किया है।
गिरफ्तार अाराेपी नितिन गुप्ता अाैर उसकी पत्नी शिखा गुप्ता दिल्ली में किराये के फ्लैट पर रहते हैं। पुलिस ने आरोपी दंपत्ति को निर्माण विहार नई दिल्ली से गिरफ्तार करने में सफलता पाई है। वही इनके एक अन्य सहयोगी राजीव प्रसाद को भी पुलिस ने रांची के अरगोड़ा से गिरफ्तार किया है।
मिली जानकारी के अनुसार दंपति ने अपने सहयोगी के साथ मिलकर अब तक कई लोगों से करोड़ों रुपए की ठगी कर चुके हैं। ये लाेगाें से करीब सवा कराेड़ रुपए ठग चुके हैं। पुलिस ने अाराेपियाें के पास से एक कार और कई मोबाइल फोन जब्त किए हैं। प्रारंभिक जांच में सामने अाया कि अाराेपी राजस्थान, यूपी, हरियाणा, दिल्ली अाैर उत्तराखंड के कई लाेगाें को ठग चुके हैं।
क्या है मामला
घटना 11 जून की बताई जा रही है। नितिन कुमार गुप्ता एवं शिखा गुप्ता टाटा स्टील कंपनी के इंजीनियरिंग विभाग के वीपी के कार्यालय में पहुंचे और खुद को कानून मंत्रालय के प्रधान सलाहकार बताते हुए अपना विजिटिंग कार्ड उन्हें दिया। जिसमें भारत सरकार का लोगो लगा हुआ था। उसके साथ उसकी पत्नी शिखा गुप्ता भी मौजूद थी जो खुद को नितिन गुप्ता के पर्सनल सेक्रेटरी बता रही थी। यह दोनों 13 लोगों के रिज्यूम को लेकर वहां पहुंचे थे और कंपनी में नौकरी पर रखने के लिए दबाव बना रहे थे। कंपनी के पदाधिकारियों को शक होने पर इस संबंध में पुलिस को जानकारी दी गई। जांच करने पर पता चला कि दोनों ने पूर्व में भी फर्जी तरीके से कई घटनाओं को अंजाम दिया है। इसके बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया और जांच शुरू कर दी। बिष्टुपुर थाना में पुलिस ने टाटा स्टील के सिक्योरिटी मैनेजर महेश प्रसाद के बयान पर मामला दर्ज किया। प्राथमिकी दर्ज होने के बाद पुलिस ने प्रोफेशनल ढंग से इस कांड में शामिल दंपति और उसके एक सहयोगी को गिरफ्तार करने में सफलता पाई। पुलिस ने दंपति को दिल्ली स्थित उनके आवास निर्माण विहार से गिरफ्तार कर लिया। दोनों ने अपने स्वीकारोक्ति बयान में अपना अपराध स्वीकार कर लिया एवं कांड में संलिप्त एवं अन्य कर्मी की संलिप्तता बताई। जिसके आधार पर पुलिस ने रांची के अरगोड़ा स्थित न्यू एजी कोऑपरेटिव कॉलोनी से राजीव प्रसाद को भी गिरफ्तार कर लिया। आरोपियों ने बताया कि उन लोगों ने अब तक डेढ़ सौ लोगों की नौकरी लगा चुके हैं। इनके विरुद्ध दिल्ली क्राइम ब्रांच एवं एसओजी में कांड दर्ज है। इनके पास से बरामद मोबाइल में बहुत सारे अभ्यर्थियों का एडमिट कार्ड एवं चैट मैसेज पुलिस को मिला है। जो नौकरी दिलाने एवं उसके एवज में रुपयों के लेन-देन का मैसेज है। पुलिस के अनुसार बरामद मोबाइल के मैसेज व फोटो देखने से प्रतीत होता है कि यह लोग अपने आप को भारत सरकार में कानून मंत्रालय का सलाहकार बताकर स्टील मंत्री के नाम पर नौकरी दिलाने को लेकर ठगी का काम करते है। इससे पूर्व भी पुलिस ने जयपुर से दंपति को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था।