जमशेदपुर : जमशेदपुर से बिरसा सेना के लोग देउड़ी दिरी बचाने के लिए आक्रोश महारैली में शामिल हो रहे हैं. यह रैली आदिवासी समाज के अधिकारों और सांस्कृतिक धरोहर की रक्षा करने के लिए आयोजित की जा रही है. आक्रोश रैली की शुरुआत साकची गोलचक्कर से हुई. यहां पर भगवान बिरसा मुंडा की प्रतिमा पर श्रद्धांजलि अर्पित की गई. बिरसा मुंडा ने आदिवासी समाज की संस्कृति और भूमि की रक्षा के लिए संघर्ष किया था. उनके आदर्श आज भी आदिवासी समाज को एकजुट होने की प्रेरणा देते हैं.
सोनारी डोबो में दी पुष्पांजलि
रैली के अगले चरण में सोनारी डोबो में बिरसा मुंडा की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की गई. आदिवासी समाज ने अपने नायक को नमन किया और अपने अधिकारों के लिए लड़ने की शपथ ली. कंदरबेड़ा में पंडित रघुनाथ मुर्मू जिन्होंने संथाली लिपि ओल चिकि का निर्माण किया. उन्हें सम्मानित किया गया.
मौके पर ये हुए शामिल
मौके में उपस्थित बिरसा सेना के केंद्रीय अध्यक्ष दिनकर कच्छप, उपाध्यक्ष अजय जामुदा, संगठन सचिव धनंजय सिंह भूमिक, सदस्य राजा पूर्ति, अजय लोहार, बिरसा सेना सदस्य बिर सिंह बोदरा, विशाल सामत, अमित पूर्ति, पप्पू संघ, दुर्गा सुलंकी, बबलू सामत, दिनेश संवैया, सुनीता मुर्मू, आदि, शिवनाथ मुंडा, बकिमचंद्र मुंडा, किन्नू सिंह, दामोदर सिंह, सुनीता मुर्मू, दुलारी टुडू, लक्ष्मी सिंह, पोंछोमी सिंह, पार्वती सिंह आदि शामिल थे.