जमशेदपुर : सुन्दरनगर स्थित 106 बटालियन रैफ की ओर से मंगलवार को “शौर्य दिवस” मनाया गया. कार्यक्रम के मुख्य अतिथि रैफ के कमांडेंट डा निशीत कुमार, देश की रक्षा में अदम्य साहस, वीरता और उच्च कोटि की कर्तव्यपरायणता के लिए द्वितीय कमांडिंग अधिकारी (पीएमजी) शैलेन्द्र कुमार, शौर्य चक्र प्राप्त उप कमांडेंट नागेन्द्र सिंह, उप निरीक्षक (पीएमजी) रूपक कर्माकर, सिपाही सुजीत उराव, बटालियन के सभी अधिकारी व जवान उपस्थित थे.
9 अप्रैल 1965 को गुजरात के कच्छ के रण में सरदार पोस्ट पर तैनात 2 बटालियन रैफ की एक छोटी सी टुकड़ी ने पाकिस्तानी सेना के 3500 सैनिकों वाली एक ब्रिगेड स्तर के हमले को नाकाम कर उन्हें पीछे खदेड़ दिया था. इसमें पाकिस्तानी सेना के 34 सैनिकों को मार गिराया और 4 को जीवित पकड़ा गया था. रण में लड़ते हुए हमारे बल के 6 जवान वीरगती को प्राप्त हुए थे. इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ कि एक छोटे से दल के जवानों ने शत्रु के पूरे सैन्य ब्रिगेड को करारी शिकस्त दी थी. उन वीर जवानों की ओर से प्रदर्शित वीरता की याद में प्रत्येक वर्ष 9 अप्रैल को शौर्य दिवस के रूप में मनाया जाता है. इस अवसर पर रैफ कैम्प में विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया गया.
शौर्य गाथा को जानने का मिला मौका
सर्वप्रथम कमाण्डेन्ट की ओर से क्वाटर गार्ड पर सलामी लिया गया. बीच स्पेशल दरबार का आयोजन किया गया. इसमें आज के दिन के महत्व के बारे में बताते हुए रैफ की शौर्य गाथा की कहानियों को चलचित्र के माध्यम से बताया गया.
स्कूलों के बच्चों के लिए चित्रकला प्रतियोगिता
भव्यदर्शक दीर्घा में 106 की कंपनियों के बीच इंटर कंपनी वॉलीबाल मैच और संध्या के समय विभिन्न स्कूलों के बच्चों के बीच चित्रकला प्रतियोगिता का आयोजन किया गया. साथ ही वाहिनी में ब्लड डोनेशन कैम्प का आयोजन भी किया गया. कैंप में वाहिनी के कार्मिकों की ओर से ब्लड डोनेट किया गया.