अपहरणकर्ता ने पहले महिला से की दोस्ती, खाना खिलाया और चकमा देकर हुआ रफू-चक्कर, मां का रो-रोकर बुरा हाल
जमशेदपुर
टाटानगर रेलवे स्टेशन के बर्मामाइंस सेकंड एंट्री परिसर के पास से शुक्रवार सुबह एक सात माह की दूधमुंही बच्ची का अपहरण किये जाने का सनसनीखेज मामला सामने आया है. इस घटना के बाद रेल प्रशासन की नींद उड़ गई है. रेल पुलिस बच्ची की सकुशल बरामदगी के साथ साथ अपहरणकर्ता की गिरफ्तारी के लिए छापामारी कर रही है. जानकारी के अनुसार
रेलवे स्टेशन में भीख मांगकर गुजारा करने वाली मायामनी टुडू के साथ आरोपी ने दोस्ती करने के बाद झांसे में लिया और उसके बाद उसकी सात माह की बेटी को लेकर फरार हो गया. पहले तो मायामनी ने अपने स्तर से बेटी और व्यक्ति की खोजबीन की पर जब दोनों नहीं मिले तो अंत में उसने टाटानगर जीआरपी से संपर्क कर मदद मांगी. जीआरपी द्वारा सीसीटीवी फुटेज जांच करने पर उक्त व्यक्ति बच्ची के साथ नजर आया. टाटानगर जीआरपी ने मायामनी के बयान पर मामला दर्ज कर बच्ची की तलाश शुरू कर दी है. मायामनी ने बताया कि उसका ससुराल सरायकेला-खरसावां जिले के चौका थाना क्षेत्र के काशीडीह टोला में है. वह टाटानगर स्टेशन में भीख मांगकर अपना गुजारा करती है. आज वह अपने ओड़िशा के मयुरभंज जिले के तिरिंग स्थित मायका से वापस लौटी थी. प्लेटफार्म नंबर एक पर उसे एक अज्ञात व्यक्ति मिला, जिसने उसे सकेंड इंट्री गेट के पास ले जाकर होटल में खाना खिलाया. खाना खाने के बाद उसे शौच आया तो वह उस व्यक्ति को अपनी बच्ची को सौंपकर सेकेंड इंट्री गेट के पास बने शौचालय में चली गई. जब थोड़ी देर बाद वह वापस आई तो वह व्यक्ति उसकी बच्ची को लेकर गायब हो चुका
था. मां से उसका कलेजे का टुकड़ा बिछड़ जाने के बाद उसका रो रो कर बुरा हाल है. जीआरपी के साथ साथ रेलवे सुरक्षा बल भी मामले को गंभीरता से देख रही है.