जमशेदपुर : आस्था के महापर्व छठ को लेकर अब तक सरकार की और से कोई भी स्पष्ट आदेश जारी नहीं किया गया है. इसे लेकर श्रधालुओं और छठ घाट समितियों में संशय बरक़रार है. इसी मामले को लेकर गुरुवार को केंद्रीय छठ पूजा आयोजन समिति के प्रतिनिधिमंडल पूर्वी सिंहभूम के उपायुक्त सूरज कुमार से मिलकर दिशा-निर्देश जारी करने की मांग की. समिति के मुख्य संरक्षक जुगसलाई के विधायक मंगल कालिंदी ने कहा कि जब चुनाव में इतनी भीड़ इकट्ठा होने के बावजूद कोरोना नहीं फैला, तो इससे स्पष्ट हो गया है कि अब कोरोना का संक्रमण फैलने का खतरा बहुत कम हो गया है.
उपायुक्त से मिलने पहुंचे केंद्रीय छठ पूजा आयोजन समिति के सदस्य
उन्होंने कहा कि छठ व्रत एक महान पर्व है, इसके साथ लोगों की आस्था जुड़ी हुई है. ऐसे में प्रशासन को चाहिए की घाट में जाकर पूजा करने की अनुमति दें. ताकि बहते पानी में वर्ती भगवान् भास्कर को अर्ध्य दें सके. विधायक ने बताया कि उपासना के इस महापर्व में सुबह व शाम को अर्घ्य देने के समय नदी किनारे काफी श्रद्धालु जुटते हैं. इस बार स्थानीय प्रशासन द्वारा दिशा-निर्देश जारी नहीं होने से असमंजस की स्थिति बन गई है. ऐसे में जिला प्रशासन से इस पर्व को पूर्व की भांति मनाने की अनुमति प्रदान की जाए.
20 व 21 नवंबर को मनाया जाएगा छठ
इस बार लोक आस्था का महान पर्व छठ 20 व 21 नवंबर को मनाया जाएगा, जिसमें 20 नवंबर को अस्ताचलगामी सूर्य और 21 को उदय होते सूर्य देव को अर्घ्य दिया जाएगा. जमशेदपुर के स्वर्णरेखा व खरकई नदी के तट पर लाखों श्रद्धालु-व्रती इस पर्व को मनाते हैं. इतने बड़े पैमाने पर जमशेदपुर में लोग इस पर्व को मनाते हैं कि सबके लिए घरों और मोहल्लों में करना संभव नहीं है.