जमशेदपुर : केंद्र मंत्री और झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रहे अर्जुन मुंडा के अधीन मंत्रालय केंद्रीय जनजातीय मंत्रालय को बेस्ट मंत्रालय के अवार्ड से नवाजा गया है।सूचना एवं प्रौद्योगिकी के माध्यम से जनजातीय समुदाय के छात्र छात्राओं के लिए बेहतर काम करने के एवज में उनके मंत्रालय को स्कॉच गोल्ड के सम्मान से नवाजा गया है। जमशेदपुर के घोड़ा बांध स्थित आवास पर मीडिया कर्मियों से बात करते हुए केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने इसकी जानकारी दी।
आपको बता दें कि केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा को ये अवार्ड ऑनलाइन दिया गया है। केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने अपने विभागीय सचिव रेणुका सिंह सरोता के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा जब वे राज्य के मुख्यमंत्री हुआ करते थे, तब से ही डिजिटल झारखंड की दिशा में काम कर रहे है। यही कारण है आज केंद्र सरकार की ओर से जब उन्हें यह जिम्मेदारी मिली है, तो जनजातीय समुदाय के लिए बेहतर काम कर पा रहे हैं।
उन्होंने बताया, जब केंद्र सरकार की ओर से उन्हें जनजातीय मंत्रालय की जिम्मेदारी सौंपी गई तो सीमित संसाधनों के बीच विभाग को संभालना एक चुनौतीपूर्ण काम था। परंतु विभागीय अधिकारियों एवं कर्मियों के साथ बेहतर तालमेल स्थापित करते हुए डीबीटी के माध्यम से जनजातीय छात्र-छात्राओं को छात्रवृत्ति का सीधा लाभ पहुंचाने का काम शुरू किया गया।
वर्तमान समय में केंद्रीय जनजातीय मंत्रालय की ओर से डिजिटल तकनीक का उपयोग करते हुए 5 छात्रवृत्ति योजनाओं के माध्यम से देशभर के 64 लाख जनजातीय समुदाय के छात्र- छात्राओं को सीधा लाभ पहुंचाया जा रहा है।
केंद्रीय मंत्री ने कहा, केंद्र की योजना जनजातीय समुदाय तक सही तरीके से पहुंचाना ही उनके विभाग का मुख्य कार्य है,जिसे आज पूरा किया जा रहा है। इस ऑनलाइन प्रतियोगिता में जनजातीय पद्धति के चिकित्सा प्रणाली पर भी विचार रखे गए। साथ ही सूचना एवं प्रौद्योगिकी के सहयोग को और बढ़ावा दिए जाने पर चर्चा की गई।