जमशेदपुर।
साकची स्थित सेंट्रल गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के चुनाव को लेकर आये दिन नये विवाद उत्पन्न हो रहे हैं. गत 17 दिसंबर को प्रकाशोत्सव को लेकर बुलाई गई बैठक में पांच मेंबरी कमेटी के सदस्य दलजीत सिंह दल्ली की अमर्यादित टिप्पणी का विवाद अभी गर्म ही था, कि गुरुवार को सीजीपीसी के दफ्तर से चारों उम्मीदवारों के नामांकन पत्र गायब होने को लेकर नया हंगामा खड़ा हो गया. दरअसल, 17 तारीख के बाद गुरुवार को पांचों मेंबर एक साथ दफ्तर में बैठे थे. वहां प्रकाशोत्सव की तैयारी पर चर्चा करने के बाद जब सब घर जाने लगे तो दल्ली ने देखा कि कार्यालय में नोमिनेशन पेपर नहीं है. इसे लेकर एक दूसरे से पूछताछ शुरु हुई. तब एक सदस्य गुरदयाल सिंह ने कहा कि वे घर ले गये हैं. बस फिर क्या था यह बात वहीं से पक्ष के उम्मीदवार महेंद्र सिंह बोझा व हरविंदर सिंह मंटू तक पहुंच गई तो वे तरसेम सिंह सेमे, अजीत सिंह गंभीर व अन्य समर्थकों के साथ सीजीपीसी कार्यालय पहुंच गये और हंगामा शुरु कर दिया. अब वे गुरदयाल सिंह पर पक्षपात का आरोप लगाने लगे. हंगामा बढ़ता देख दूसरे सदस्य नरेंद्रपाल सिंह भाटिया ने बचाव किया और गुरदयाल सिंह के साथ पेपर लेने सोनारी उनके घर गये. वहां से पेपर लेकर नरेंद्रपाल सिंह वापस साकची आये, जबकि गुरदयाल सिंह ने वहीं रुक गये. यहां काफी देर तक हंगामा होते रहा. उम्मीदवारों ने एसडीओ के यहां लिखित शिकायत की है कि गुरदयाल सिंह को कमेटी से हटाया जाये. वहीं, तख्त साहिब में भी शिकायत करने की तैयारी की जा रही है. उम्मीदवार मंटू ने कहा कि पांच मेंबरी कमेटी पर जमशेदपुर की संगत ने भरोसा जताया है. कमेटी को ईमानदारी से चुनाव कराना चाहिए. दोबारा अगर कुछ ऐसा होता है तो उसके खिलाफ थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई जायेगी. महेंद्र सिंह बोझा ने भी तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की. वहीं, गुरदयाल सिंह ने कहा कि वे अंजाने में पेपर घर ले गये थे. उनकी कोई गलत मंशा नहीं थी. दराज की चॉबी दल्ली के पास थी. उन्हें पेपर दराज में रखने चाहिये थे, लेकिन बाहर रखे हुये थे.