जमशेदपुर : सीजीपीसी की ओर से रविवार को कृषि कानून के विरोध में सीजीपीसी कार्यालय से काला बिल्ला लगाकर रोष मार्च निकाला गया। भगवान सिंह के नेतृत्व निकाले गए रोष मार्च में शामिल कमेटी के लोग साकची गोलचक्कर पर पहुंचे और वहां पर धरना-प्रदर्शन किया। मौके पर सीजीपीसी के चेयरमैन सरदार शैलेंद्र सिंह ने कहा कि वे कृषि कानून के मामले में सोमवार को जिले के डीसी से मिलेंगे और ज्ञापन सौंपेंगे। ज्ञापन के माध्यम से कृषि कानून को रद्द करने की मांग करेंगे। 4 जनवरी को अगर वार्ता में किसी तरह का हल नहीं निकला तो सिख समाज का एक जत्था दिल्ली के लिए रवाना होगा और वहां पर किसानों का समर्थन में आंदोलन करेगा।
मौके पर गुरूमुख सिंह मुखे ने कहा कि धरना देकर हक की मांग कर रहे हैं। अन्नदाता के कारण ही थाली में अनाज आता है। पीएम मोदी की सरकार ने चोरी-छिपे कृषि कानून लागू करने का काम किया गया है। मैं पूछना चाहता हूं कि क्या सिख समाज को आरएसएस का प्रमाण-पत्र की जरूरत है। नागपुर से आरएसएस संचालित हो रहा है। पीएम मोदी ने फूट-डालो राज करो निती के तहत काम कर रही है। आज आरएसएस वालों को सरहद में भेजने की जरूरत है। वहां पर किसान का बेटा जान जोखिम में डालकर ड्यूटी कर रहा है। किसानों को दिल्ली में सजा देने का काम किया जा रहा है। पीएम मोदी इस तरह की राजनीति बंद करें। सीजीपीसी के कन्वेनर रंजीत सिंह ने कहा कि सीजीपीसी की ओर से जैसा निर्देश आएगा आगे चलकर भी उसी तरह का आंदोलन करने का काम किया जाएगा।