जमशेदपुर : एमजीएम थाना अंतर्गत रूहीडीह स्थित आयुष्मान आरोग्य मंदिर में कार्यरत सामुदायिक स्वास्थ्य पदाधिकारी (CHO) ज्योति महतो की हत्या मामले में गिरफ्तार आरोपी कथित पति और लिव-इन पार्टनर विजय मोहन सिंह को पुलिस ने शनिवार को पूछताछ के बाद जेल भेज दिया. आरोपी को रांची से गिरफ्तार कर लाया गया था और पूछताछ के दौरान उसने अपने अपराध को स्वीकार कर लिया.
ग्रामीण एसपी ऋषभ गर्ग ने मामले का खुलासा करते हुए बताया कि घटना दिनांक 18 अप्रैल को हुई थी. ज्योति महतो के भाई प्रेम प्रकाश महतो के बयान पर MGM थाना में हत्या का मामला दर्ज किया गया. घटना के दिन आरोपी विजय मोहन सिंह ने विवाद होने पर वैक्सिनेशन रूम में रखे गैंते के नुकिले भाग से तीन-चार बार ज्योति के सिर पर वार किया, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गईं. पहले उन्हें टीएमएच और फिर बेहतर इलाज के लिए रांची के मेडिका अस्पताल ले जाया गया, जहां 23 अप्रैल को उनकी मौत हो गई. घटना के बाद विजय मोहन सिंह ने खुद को बचाने के लिए हमले की झूठी कहानी गढ़ने की कोशिश की, लेकिन पुलिस की सघन जांच और तकनीकी साक्ष्यों ने उसकी साजिश को बेनकाब कर दिया.
विजय मोहन सिंह ने बताया कि वर्ष 2019 से वह ज्योति महतो के साथ रह रहा था. दोनों ने मंदिर में शादी की थी, हालांकि इसका कोई दस्तावेजी साक्ष्य उपलब्ध नहीं है. हाल के दिनों में ज्योति के किसी अन्य व्यक्ति से फोन पर लगातार बात करने से वह संदेह और मानसिक तनाव में था. इसी कारण 18 अप्रैल की सुबह वैक्सिनेशन रूम में झगड़े के दौरान उसने गैंते से वार कर दिया था. पुलिस ने दो दिनों तक आरोपी से पूछताछ की और शनिवार को उसे न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया.