जमशेदपुर : बागबेड़ा की पूर्व मुखिया प्रतीमा मुंडा पर गुरुवार को यह आरोप लग रहा था कि उन्होंने चापाकल से पानी देने के नाम पर कुछ लोगों से अवैध रूप से वसूली की है. इस मामले में प्रतीमा मुंडा ने खुद अपनी सफाई दी है. उन्होंने कहा कि बागबेड़ा में 400 फीट पर पानी नहीं है. सरकारी बोरिंग का प्रावधान 400 फीट तक ही है. ऐसे में उसकी गहराई बढ़ाने और लेयर पकड़ने के लिए 100 फीट ज्यादा बोरिंग की गई. इसके लिए आपस में 12 लोगों ने कहा था कि वे अपने स्तर से काम कराएंगे. कुछ लोगों ने जरूर सहयोग किया है. उनके कारण ही 500 फीट बोरिंग कराया गया है.
प्रतीमा मुंडा का कहना है कि बोरिंग का काम हो गया है. अब इसे घर-घर जल योजना से जोड़ने की पहल की जाएगी. इसके बाद पानी की समस्या का समाधान हो सकेगा.
स्थानीय मुखिया ने की बैठक, नहीं निकला निष्कर्ष
प्रतीमा मुंडा की ओर से रूपये लिए जाने का आरोप लगाते हुए स्थानीय मुखिया की ओर से गुरुवार को बागबेड़ा में बैठक की गई, लेकिन किसी ने भी यह आरोप नहीं लगाया कि प्रतीमा मुंडा ने अवैध रूप से वसूली की है. इसके बाद बिना निष्कर्ष ही बैठक को समाप्त कर दिया गया.