जमशेदपुर।
जमशेदपुर कोर्ट में एडीजे-4 राजेंद्र कुमार सिन्हा की अदालत में सोमवार को श्रीलेदर्स के मालिक आशीष डे की हत्या मामले में सुनवाई हुई. इस दौरान कोर्ट में साकची थाना में पूर्व में पदस्थापिक एएसआई अनिल कुमार सिंह ने अदालत में गवाही दी. गवाही में उसने गैंगस्टर अखिलेश सिंह की पहचान वीसी के माध्यम से की. एएसआई ने कहा कि अखिलेश की बराबर कोर्ट में पेशी होने के कारण वह उसे पहचानता है, लेकिन इस मामले में कभी भी अखिलेश से नहीं मिला है. वर्तमान में पलामू के मोहम्दगंज थाने में पदस्थापित एएसआइ ने कहा कि घटना के दिन सुबह उसकी ड्यूटी साकची गोलचक्कर के पास लगी थी. सुबह 8.50 बजे आमबगान की ओर से दो गोली चलने की आवाज सुनकर मैं उधर गया था. देखा कि लोग इधर-उधर भाग रहे हैं. वहां पहुंचा तो एक आदमी घायल अवस्था में गिरा पड़ा था. मैंने एक टेंपो रोका और उसे अस्पताल लेकर जाने लगा. इस बीच ही 2-4 लोगों ने रोका और कहा कि हम श्रीलेदर्स के कर्मचारी हैं. घायल व्यक्ति हमारे मालिक हैं. इसके बाद आशीष डे को टीएमएच लेकर गये और फिर वहां से लौटकर अपनी ड्यूटी करने लगे.
ये है घटना
श्रीलेदर्स के मालिक आशीष डे की हत्या 2 नवंबर 2007 को साकची के आम बागान में दिल्ली दरबार के पास गोली मारकर कर दी गयी थी. मैनेजर तापस पाल की शिकायत पर साकची थाने में मामला दर्ज कराया गया था. मामले में अमलेश सिंह, बिनोद सिंह और पप्पू डॉन समेत अन्य को कोर्ट ने आजीवन कारावास की सजा सुनायी थी. बाद में मामले में सुप्रीम कोर्ट से अमलेश और विनोद सिंह को जमानत मिली थी.