जमशेदपुर।
साकची थाना में दर्ज रंगदारी के मामले में तत्कालीन इंस्पेक्टर रामचरित्र पाल ने गुरुवार को न्यायिक दंडाधिकारी श्री प्रिया की अदालत में गवाही दी. गवाही के दौरान उन्होंने घटना को बताया. कोर्ट की कार्रवाई में गैंगस्टर अखिलेश सिंह और जसबीर सिंह की वीसी के माध्यम से कोर्ट में पेशी कराई गई, लेकिन इंस्पेक्टर रामचरित्र पाल ने उसकी पहचान नहीं की. मालूम हो कि साकची थाना क्षेत्र में 2013 में रंगदारी मांगने का एक मामला गैंगस्टर अखिलेश सिंह, संतोष पांडेय, राम पुकार राय और जसबीर सिंह के खिलाफ दर्ज किया गया था.
जमानत मिलने के बाद से ही फरार है संतोष पांडेय
घटना के दिन पुलिस ने संतोष पांडेय को गिरफ्तार कर लिया था. इस मामले में संतोष पांडेय जेल गया था. जेल से जमानत पर छूटने के बाद से ही वह फरार चल रहा है. उसकी गिरफ्तारी पुलिस अभी तक नहीं कर सकी है. संतोष पांडेय कदमा का रहने वाला है.