जमशेदपुर।
शहर की चर्चित वर्षा पटेल हत्याकांड मामले में शुक्रवार को बचाव की ओर से प्रधान न्यायाधीश सह जिला जज अनिल कुमार मिश्रा की अदालत में गवाही होनी थी, लेकिन नहीं हुई. बचाव पक्ष की ओर से कोई गवाह ही उपस्थित नहीं हुआ. ऐसे में अदालत की ओर से अगली तिथि 31 जनवरी को निर्धारित की गयी है. अभियोजन पक्ष की ओर से मामले में कुल 9 लोगों की गवाही हुई है.
मालूम हो कि वर्षा पटेल 12 नवंबर 2021 से ही लापता थी. जब उसकी बहन घर पर 13 नवंबर को आयी थी. तब वहां के लोगों ने कहा था कि वर्षा 12 नवंबर को धर्मेंद्र की बाइक पर सवार होकर कहीं गयी, तब से नहीं लौटी है. 14 नवंबर को भी वह घर नहीं लौटी तब एएसआइ धर्मेंद्र को फोन किया. उसने कहा था कि वह जहां भी होगी आ जायेगी. एक सप्ताह के बाद 18 नवंबर को की सुबह टेल्को थाना क्षेत्र के तार कंपनी तालाब से वर्षा का शव बरामद हुआ था. बहन जया ने ही शव की पहचान की थी. शव प्लास्टिक का बोरा में लपेटा हुआ था. गले में सोने की चेन थी और पीले रंग का शूट पहनी हुई थी. शव से दुर्गंध आ रही थी. वहां पर पुलिस ने हस्ताक्षर करवाया. शव देखकर जया ने कहा था कि मेरी बहन की हत्या एएसआइ धर्मेंद्र सिंह ने ही की है.