Jamshedpur : कार्तिक मास की शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि पर गुरुवार को जिले में धूमधाम से गोपाष्टमी मनाई गई। लोगाें ने गाय व बछड़े की पूजा-अर्चना कर धन और सुख-समृद्धि की कामना की। शहर समेत आसपास के सभी गौशाला में सुबह गायों व उसके बछड़े को नहलाकर तैयार किया गया व उनका श्रृंगार किया गया। साथ ही, गायों के सींग पर चुनरी की पट्टा बांधी गई। इसके बाद गौ माता की परिक्रमा कर उनकी पूजा अर्चना की गई। इस दिन गाय को हरा चारा, हरा मटर एवं गुड़ खिलाने की परंपरा है। उन्हें गंगा जल, फूल चढ़ाते हैं, दिया जलाकर गुड़ खिलाया जाता है। गौशाला में खाना और अन्य वस्तु आदि दान की जाती हैं। ऐसी मान्यता है कि गोपाष्टमी के दिन गाय के नीचे से निकलने वालों को बड़ा पुण्य मिलता है। गोपाष्टमी के दिन गायों की पूजा करने वालों से भगवान कृष्ण प्रसन्न होते हैं। कार्तिक मास में शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि को गोपाष्टमी का त्यौहार मनाया जाता है। धार्मिक मान्यता के अनुसार इस दिन सर्वप्रथम भगवान श्री कृष्ण ने गायों को चराना आरंभ किया था। सनातन धर्म में गाय को पूजनीय माना गया है। शास्त्रों के अनुसार गाय में 33 कोटि देवी-देवताओं का वास होता है। मान्यता है कि यदि गोपाष्टमी के दिन विधि-विधान से गाय का पूजन व सेवा की जाए तो देवी-देवताओं का आशीर्वाद प्राप्त होता है।