जमशेदपुर।
मकर सक्रांति के शुभ अवसर पर शहर के लोगों ने आज कड़ाके ठंड के बीच नदियों में आस्था की डुबकी लगाई। इस दौरान मानगो स्वर्णरेखा, सोनारी दोमुहानी, खरकई नदी, बागबेड़ा बड़ौदा नदी घाट पर सुबह से ही श्रद्धालुओं के आने का सिलसिला शुरू हो गया था, जिसमें महिलाएं और बच्चों की संख्या अधिक रही। श्रद्धालुओं ने नदी में स्नान करने के बाद नदी किनारे धूप-अगरबत्ती जलाकर पूजा-अर्चना की। गरीबों के बीच अन्न, द्रव्य, पुराने वस्त्र, तिलकुट, चूड़ा, गुड़ आदि दान किया। मान्यता है कि मकर संक्रांति वाले दिन नदी में डुबकी लगाने और दान करने से लोगों को सारे पापों से मुक्ति मिल जाती है और इंसान को जीवन में सुख समृद्धि की प्राप्ति होती है।
मकर संक्रांति पर मान्यता है कि सुबह-सुबह स्नान करके सबसे पहले तिल को ग्रहण किया जाता है। हालांकि इस बार मकर संक्राति दो दिन मनाया गया। कुछ लोगो ने 14 जनवरी और कई लोग 15 जनवरी को मकर संक्राति मना रहे है। लोगों ने तिल के अलावा दही-चूड़ा और लजीज सब्जियों का भरपूर आनंद लिया।
वही दुसरी ओर आज मकर संक्रांति के अलावा आदिवासी समाज का टुसू पर्व भी शुरू हो गया है। खासकर टुसू का आनंद ले रहे है।