जमशेदपुर : स्वर्णरेखा और खरकई नदी के जलभराव वाले संभावित इलाकों में बाढ़ के संभावित खतरों से निपटने को लेकर डीसी अनन्य मित्तल ने एक बैठक की. बैठक में चिन्हित पंचायत क्षेत्रों और नगर परिषद क्षेत्रों में इंसिडेंट कमांड सेंटर स्थापित करने, हेल्पलाइन नंबर सार्वजनिक करने, साफ सफाई, जरूरी दवाईयों का वितरण, राशन, पेयजल हेतु टैंकर और बिजली की वैकल्पिक व्यवस्था सुनिश्चित करने का निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिया.
इमरजेंसी सेवा उपलब्ध कराने वाले विभागों को 24×7 अपने कर्मियों को अर्लट मोड मैं तैनाती करने एवं उनको आवश्यक जीवन रक्षक दवाओं और सुविधाओं से संसाधनयुक्त करने का भी निर्देश दिया.
ब्लीचिंग छिड़काव का निर्देश
बैठक में डीसी ने सिविल सोसाइटी, स्थानीय जनप्रतिनिधियों, एनडीआरएफ के साथ-साथ पुलिस-प्रशासनिक टीम के बीच बेहतर समन्वय स्थापित करने का निर्देश दिया. डूब प्रभावित क्षेत्रों मे नियमित साफ-सफाई, ब्लीचिंग, डीडीटी पाऊडर का छिडकाव करते हुए संक्रामक बीमारियों के संभावित खतरों से बचाव के सारे प्रयास शुरू करने का निर्देश दिया.
सोशल मीडिया को जानकारी देने का निर्देश
आपदा की स्थिति में प्रभावित इलाकों में लोगों को त्वरित सूचना प्रेषण एवं अलर्ट जारी करने के लिए पारंपरिक माईकिंग अनाउंसमेंट सहित सोशल मीडिया के माध्यम से भी जानकारी प्रेषण की व्यवस्था करने के लिए संबंधित विभागों को निर्देश दिया गया.
समन्वय स्थापित करने का निर्देश
यांत्रिकी विभागों को स्वर्णरेखा एवं खरकई नदी का जलस्तर के सम्बंध में नियमित रूप से अपडेट करने सहित सरायकेला-खरसावां अवस्थित चांडिल डैम व पड़ोसी राज्य ओडिशा के मयूरभंज में अवस्थित डैम के अभियंताओं से बांधों से जल छोड़े जाने के सन्दर्भ में समन्वय स्थापित करने निर्देश दिया. साथ ही स्वर्णरेखा बराज के कचरा की साफ-साफाई के लिए समुचित कदम उठाने का निर्देश दिया गया.
बैठक में ये थे मौजूद
बैठक में उप विकास आयुक्त मनीष कुमार, एडीएम (एसओआर) महेंद्र कुमार, जिला आपूर्ति पदाधिकारी सलमान जफर खिजरी, एनडीआरएफ के प्रतिनिधि, नगर निकायों के पदाधिकारी, एसडीएम धालभूम, बीडीओ, सीओ जमशेदपुर सदर, स्वर्णरेखा बहु उद्देशीय परियोजना के अभियंता, सिविल डिफेंस के प्रतिनिधि आदि उपस्थित थे.