जमशेदपुर : जिले के डीसी कर्ण सत्यार्थी आज डुमरिया प्रखंड के सुदूर दुर्गम क्षेत्र में पहाड़ों से घिरे लखाईडीह गांव पहुंचे. यहां पर ग्रामीणों से संवाद कर समस्याओं को जाना. जीविकोपार्जन और स्वरोजगार के नए साधन के लिए प्रेरित किया. पीएम जनमन की शिविरों में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेकर योजनाओं का लाभ लेने की अपील की. इस दौरान परियोजना निदेशक आईटीडीए दीपांकर चौधरी, बीडीओ निलेश मुर्मू, सीओ सहित अन्य पदाधिकारी मौजूद थे. इस बीच गांव के लोगों डीसी का पारंपरिक रीति रिवाज से स्वागत किया.
मूलभूत समस्याओं के समाधान का दिया भरोसा
गांव के लोगों ने डीसी को पेयजल की कमी, खराब सड़क संपर्क, नेटवर्क कनेक्टिविटी तथा अन्य समस्याओं के बारे में बताया. डीसी ने ग्रामीणों को आश्वस्त किया कि उनकी समस्याओं का समाधान समयबद्ध रूप से किया जाएगा. उन्होंने मौके पर मौजूद संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि कार्य योजना तैयार की जाए ताकि सुचारू रूप से सेवाओं को बहाल किया जा सके.
युवा स्वरोजगार से जुड़ें, सरकार की योजनाओं का लाभ लें
डीसी ने ग्रामीणों को स्वरोजगार की दिशा में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया. आजीविका संवर्द्धन के लिए जिला प्रशासन हरसंभव सहयोग करेगा. ग्रामीणों की ओर से तेल पेराई मशीन और सिलाई सेंटर की मांग की गई. इसपर डीसी ने कहा कि इन प्रोजेक्टस को शुरू कराने की दिशा में कार्य किया जाएगा. युवाओं को जीविकोपार्जन के नए विकल्प तलाशने, सरकार की कल्याणकारी योजनाओं का लाभ लेते हुए स्वरोजगार के अवसर सृजित करने पर बल.
नवनिर्मित आधारभूतसंरचनाओं का निरीक्षण और शीघ्र हस्तांतरण के निर्देश
डीसी ने गांव में नवनिर्मित बॉयज और गर्ल्स हॉस्टल का निरीक्षण किया. उन्होंने पाया कि भवन लगभग तैयार है. इसके शीघ्र हस्तांतरण की प्रक्रिया में तेजी लाने की आवश्यकता है. संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिया कि हस्तांतरण की औपचारिकताएं शीघ्र पूरी की जाएं ताकि छात्र-छात्राओं को शीघ्र सुविधाएं मिल सके. इसके अलावा डीसी ने धूमकुड़िया भवन का भी निरीक्षण किया और उसके बेहतर उपयोग के लिए ग्राम स्तर पर समितियां गठित कर रख-रखाव सुनिश्चित करने के निर्देश दिया.
प्रधानमंत्री जनमन अभियान में ग्रामीणों की भागीदारी पर बल
डीसी ने प्रधानमंत्री जनमन अभियान के तहत ग्राम स्तर पर लगाये जा रहे शिविरों में ग्रामीणों से बढ़-चढ़कर भाग लेने की अपील की. सरकार की ओर से जनजातीय समुदाय की सामाजिक और आर्थिक उन्नति के लिए कई योजनाएं संचालित की जा रही है. इन योजनाओं का लाभ लेने के लिए ग्रामीणों को जागरूक रहना होगा और सभी पात्र परिवारों को शिविरों में उपस्थित होकर योजनाओं का लाभ प्राप्त करना चाहिए.