जमशेदपुर : परसुडीह के हलुदबनी सिद्धू कान्हू चौक लोहिया भवन प्रांगण में आदिवासी स्वशासन व्यवस्था की मानकी-मुंडा संघ की ओर से धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा को याद किया गया. स्थानीय ग्रामीणों संग भगवान बिरसा मुंडा की 148वीं जन्म जयंती और 23वां स्थापना दिवस धूमधाम से मनाया गया.
समाजसेवी जयपाल सिरका ने कहा कि बिरसा मुंडा झारखंड ही नहीं पूरा राष्ट्र ऋणी है. अपना सारा जीवन अपनी संस्कृति, जल, जंगल, जमीन और अंग्रेजों- साहूकारों के दमनकारी अत्याचारों से मुक्ति दिलाने और अपने देश की स्वतंत्रता को अक्षुण रखने में लगा दिया था. अंग्रेजों के खिलाफ आजादी की लड़ाई भी लड़ी थी. 25 वर्ष के अल्प जीवनकाल में भगवान बिरसा मुंडा ऐसा कार्य कर गए कि करोड़ो लोगों के प्रेरणा स्रोत बन गए.
लोगों ने अपने-अपने रखे विचार
रैयत धातु हेंब्रम ने इस अवसर पर भगवान बिरसा मुंडा एवं वर्तमान परिपेक्ष में आदिवासियों को संविधान में मिले अधिकारों की जानकारी के बारे में बताया. इस कार्यक्रम में उपस्थित मुंडा, स्थानीय मुखिया और ग्रामीणों ने भी अपने विचारों को रखा.
नेपा गागराई ने की अध्यक्षता
कार्यक्रम के अध्यक्षता मुंडा नेपा गागराई, स्वागत भाषण मुखिया सुमन सिरका, धन्यवाद ज्ञापन निमाई हेंब्रम और मंच संचालन जयपाल सिरका ने किया.
बंबू क्राफ्ट प्रदर्शनी रहा आकर्षण
समारोह में महिला समिति द्वारा सरकारी योजना के तहत योजना के तहत स्वयं निर्मित मशरूम व बंबू क्राफ्ट की प्रदर्शनी लगाई गई. अंत में महिलाओं ने ढोल-नगाड़ा की थाप पर पारंपरिक आदिवासी नृत्य के साथ समारोह का समापन किया.
ये थे मौजूद
मुखिया सालगे सोरेन, मुंडा गंभीर सोय, मुंडा बबलू भूमिज, मुंडा सोमय हेंब्रम, पूर्व मुखिया खत्री सिरका, दियूरी सानगी बिरूली, डाकुआ सामू हेंब्रम, उप मुखिया उषा सिंह, प्रीतम सिंह सिरका, राजेश गुप्ता, मंगल पात्रों आदि मौजूद थे.