जमशेदपुर : सिदगोड़ा स्थित बिरसा मुंडा टाउन हॉल में जिला उपायुक्त मंजूनाथ भजन्त्री एवं वरीय पुलिस अधीक्षक किशोर कौशल द्वारा शांतिपूर्ण एवं सौहार्द्रपूर्ण वातावरण में दुर्गापूजा के आयोजन को लेकर केन्द्रीय शांति समिति के साथ बैठक की गई. बैठक में विधि व्यवस्था, यातायात व्यवस्था, भीड़ को व्यवस्थित करने, सुरक्षा संबंधी अन्य महत्नपूर्ण बिदुओं पर चर्चा की गई.
इस दौरान जिला उपायुक्त ने कहा कि पूर्वी सिंहभूम का दुर्गापूजा अपनी भव्यता और आस्था के लिए देशभर में विख्यात है. बिना किसी समस्या के इतने वर्षों से सफल पूजा महोत्सव के आयोजन का श्रेय यहां के वासियों को जाता है. साथ ही, यह भी जिम्मेदारी देता है कि इस वर्ष तथा आने वाले वर्षों में भी उसी शांति को बरकरार रखते हुए पूजा करेंगे. त्योहार में सभी आवश्यक सुविधाएं सुचारू हो, इसकी लगातार समीक्षा की जा रही है. समय और संसाधन के अभाव में भी हरेक समस्या का समाधान किया जायेगा. सुरक्षा व्यवस्था, विधि व्यवस्था को सुदृढ़ बनाने के प्रति कार्य किए जा रहे हैं जिसमें सभी के सहयोग की आवश्यकता है.
तय रूट से होगा विसर्जन, थाना से समन्वय बनाने पर बल
उपायुक्त ने कहा कि श्रद्धालुओं को किसी भी तरह की असुविधा न हो, इसके लिए जिला प्रशासन सजगता से कार्य कर रही है. उन्होंने तय विसर्जन रूट का इस्तेमाल करने की बात कहते हुए अंतिम समय में कोई भी फेरबदल नहीं किये जाने पर जोर दिया. साथ ही, स्थानीय थाना के साथ समन्वय बनाते हुए विसर्जन घाट जाने और सभी पंडालों में जनरेटर की व्यवस्था और माइकिंग सिस्टम दुरूस्त रखने की बात कही.
महिलाओं की सुरक्षा पर जोर
उपायुक्त ने कहा कि पंडालों के बाहर पार्किंग व्यवस्था पूर्व से ही चिन्हित हो. किसी के साथ भी किसी तरह का दुर्व्यवहार और छेड़खानी ना हो. महिलाओं की सुरक्षा प्राथिमकता है. इस तरह की समस्याओं से निपटने के लिए महिला वॉलिंटियर्स को रखा जाए. सीसीटीवी में रिकॉर्डिंग हो रहा है या नहीं, इसे पहले से जांच लें. सभी पंडाल समिति विद्युत विभाग और अग्निशमन विभाग से एनओसी जरूर लें.
सोशल मीडिया पर रहेगी कड़ी नजर
पूजा के दौरान सोशल मीडिया पर जिला प्रशासन की कड़ी नजर रहेगी. ताकि असामाजिक तत्व सामाजिक सौहार्द बिगाड़ने की अपनी मंशा में सफल नहीं सके. उपायुक्त ने कहा कि इसे लेकर आम लोगों को भी सतर्क रहने की आवश्यकता है.
सुरक्षा के मानकों को करें पूरा : एसएसपी
वरीय पुलिस अधीक्षक ने कहा कि पूजा के दौरान क्राउड मैनेजमेंट बहुत जरूरी है, जिससे अनुशासनात्मक तरीके से आवागमन किया जा सके. महिलाओं और पुरुषों का प्रवेश और निकास अलग अलग हो, यह सुनिश्चित किया जाए. ध्यान रखा जाए कि किसी भी समय पंडाल की क्षमता से अधिक लोग पंडाल के अंदर न हो. हर पंडाल में खासकर बड़े पंडालों में एक इमरजेंसी निकास द्वार जरूर हो. सीसीटीवी पंडाल और मेला परिसर में लगाया जाए. साथ ही, आयोजन समिति का एक सदस्य और एक कांस्टेबल लगातार वीडियो की मॉनिटरिंग करे. पूजा समिति के द्वारा वॉलंटियर का लिस्ट थाना को उपलब्ध करवाया जाए और थाना प्रभारी द्वारा वॉलंटियर की ब्रीफिंग की जाय. अग्निशमन वाहन के लिए अप्रोच रोड उपलब्ध रहे. बिजली के खुले व झूलते तार न हो, इसका विशेष ध्यान रखा जाए. साथ ही उन्होंने कहा कि खोया पाया अनाउंस किए जाने के वक्त किसी भी अन्य प्रकार के म्यूजिक सिस्टम को रोका जाए. वहीं, पंडालों में फर्स्ट एड बॉक्स हमेशा उपलब्ध रखा जाए.
समिति के सदस्यों ने रखी अपनी मांग
इससे पहले बैठक में केंद्रीय शांति समिति के सदस्यों ने विभिन्न पूजा समितियों से संबंधी अपनी बातें रखी. इसमें साफ-सफाई, जलापूर्ति, निर्बाध बिजली आपूर्ति, महिला आरक्षियों की प्रतिनियुक्ति, सड़क मरम्मतीकरण, ड्रॉप गेट, विसर्जन घाट पर आवश्यक व्यवस्था किए जाने संबंधी अपने सुझाव रखे. इस पर जिला प्रशासन की ओर से आश्वस्त किया गया कि थानावार किए गए शांति समिति की बैठक के फीडबैक पर कार्य किया जा रहा है. समय रहते सारी व्यवस्थाओं को दुरुस्त कर लिया जाएगा.
ये रहे मौजूद
इस बैठक में जिले के उप विकास आयुक्त मनीष कुमार, अनुमंडल पदाधिकारी, धालभूम पीयूष सिन्हा, एडीएम लॉ एंड ऑर्डर दीपू कुमार, सभी बीडीओ, सीओ, डीएसपी एवं थाना प्रभारी समेत अन्य पदाधिकारी मौजूद रहे.