जमशेदपुर : विधायक सरयू राय ने घाटशिला के जिला परिषद सदस्य कर्ण सिंह की गिरफ्तारी को लेकर पुलिस प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए हैं. उन्होंने कहा कि कर्ण सिंह को जबरन जेल भेजा गया है, जो लोकतंत्र की हत्या के समान है. उन्होंने ने इस पूरे प्रकरण में पुलिस के रवैये को “निहायत गैरजिम्मेदाराना” बताया है.
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शिकायतकर्ता ने जताई थी समझौते की मंशा
विधायक सरयू राय ने बताया कि मारपीट और रंगदारी मांगने के आरोप में शिकायत दर्ज कराने वाले व्यक्ति खुद उनके पास आए थे और कहा कि करन सिंह उनके परिचित हैं, उनसे सिर्फ गलतफहमी हुई थी. शिकायतकर्ता ने शिकायत वापस लेने की इच्छा जताई थी, लेकिन जब वे थाना पहुंचे तो पुलिस ने उन्हें बाहर भिजवा कर उनका मोबाइल बंद करवा दिया. इसके बाद से शिकायतकर्ता के परिजन भी उनसे लगातार संपर्क कर रहे हैं.
पुलिस की भूमिका पर उठे सवाल
सरयू राय ने कहा कि उन्होंने जिले के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक और ग्रामीण एसपी से बात कर मामले की जानकारी दी थी और आग्रह किया था कि जब शिकायतकर्ता समझौता करना चाहता है तो वैसा किया जाए. बावजूद इसके, पुलिस ने कर्ण सिंह को जेल भेज दिया. उन्होंने इसे पुलिस मैनुअल के खिलाफ बताते हुए कहा कि पुलिस का काम मुकदमे निपटाना है, न कि मुकदमेबाजी को बढ़ावा देना.
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