जमशेदपुर : बीपीएम +2 उच्च विद्यालय, बर्मामाइंस पर एक शारीरिक रूप से दिव्यांग छात्र ने उत्पीड़न और दबाव बनाए जाने का गंभीर आरोप लगाया है. टेल्को आजाद बस्ती के रहने वाले छात्र नीतीश कुमार ने जिला शिक्षा पदाधिकारी को आवेदन सौंपकर इस मामले की शिकायत की है.
नीतीश ने अपने आवेदन में बताया है कि उसने वर्ष 2024 में केरल पब्लिक स्कूल, बर्मामाइंस (CBSE बोर्ड) से मैट्रिक परीक्षा पास की और उसके बाद उसने बीपीएम विद्यालय में 11वीं कक्षा (2024–26 सत्र) में नामांकन लिया. नामांकन के समय सभी जरूरी प्रमाणपत्र जमा किए गए थे, लेकिन माइग्रेशन सर्टिफिकेट तत्कालीन समय में उपलब्ध नहीं था.
इस कारण थोड़े समय बाद प्रमाणपत्र दिनांक 16.09.2024 को प्राप्त होने पर विद्यालय में जमा कर दिया गया. इसके बावजूद विद्यालय बार-बार माइग्रेशन सर्टिफिकेट की मूल प्रति की मांग कर रहा है. नीतीश का कहना है कि उसने प्रमाणपत्र की अभिप्रमाणित छायाप्रति भी दी, फिर भी विद्यालय प्रशासन दबाव बना रहा है.
दबाव में लिखवाया गया झूठा बयान
नीतीश ने बताया कि विद्यालय कार्यालय में कार्यरत अमित जोजो नामक कर्मचारी ने उससे यह लिखवा लिया कि “मैंने माइग्रेशन सर्टिफिकेट की मूल प्रति जमा नहीं की है”, और ऐसा नहीं करने पर भविष्य खराब करने की धमकी दी गई. छात्र का कहना है कि डर के मारे उसने यह झूठा बयान लिखकर दे दिया, जबकि उसने पहले ही मूल प्रमाणपत्र जमा कर दिया था.
दिव्यांग छात्र ने अपने आवेदन में लिखा है कि वह अपनी शिक्षा के माध्यम से भविष्य बनाना चाहता है और विद्यालय द्वारा इस तरह का दबाव बनाकर उसका भविष्य बर्बाद किया जा रहा है. उसने जिला शिक्षा पदाधिकारी से अपील की है कि वह हस्तक्षेप करें और उसे न्याय दिलाएं.
प्रशासन ने लिया संज्ञान
जिला शिक्षा कार्यालय ने मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच का आश्वासन दिया है. कार्यालय सूत्रों के अनुसार जल्द ही विद्यालय से इस संबंध में जवाब मांगा जाएगा और कार्रवाई की जाएगी.