जमशेदपुर : बिरसानगर के नवयुवक जगदीप सिंह गोलू की हत्या के बाद से सिख समाज के लोगों ने आगे बढ़कर सहयोग करने की पहल कर दी है. इसी क्रम में गोलू की बिरसानगर गुरूद्वारा में अंतिम अरदास के बाद कुछ समाजसेवी सिख गोलू के घर भी गये. बताते चलें कि गोलू की मौत के बाद उस सिख परिवार में कोई भी कमाने वाला नहीं बचा, जिसके सहारे गोलू के दो बच्चों का पालन-पोषण हो. गोलू की हत्या के बाद सबसे पहले आगे बढ़ कर विरोध और गिरफ्तारी की मांग करने वाले रंगरेटा महासभा के प्रदेश अध्यक्ष मंजीत गिल ने अनोखी पहल की है.
मंजीत गिल ने हत्या के बाद प्रदर्शन कर रहे समाज के लोगों के लिए प्रतिनियुक्त किए गए बीडीओ से वार्ता कर गोलू के दोनों बच्चों को आर्थिक मदद,पत्नी को विधवा पेंशन और बीपीएल कोटे में एडमिशन की वकालत की है. श्री गिल ने इस मदद के लिए डीसी मंजूनाथ भजंत्री को धन्यवाद भी दिया है, जिन्होंने हरसंभव मदद का आश्वासन और त्वरित कार्रवाई की बात कही थी. जब मंजीत गिल द्वारा शहर के उद्योगपति राजीव दुग्गल को यह जानकारी दी गई तो उन्होंने अपनी एनआरआई साली डॉ परमजीत कौर को पीड़ित परिवार के घर भेजा. अमेरिका से आई परमजीत कौर को जब पता चला कि मृतक के परिवार में कमाने वाला कोई नहीं और दो छोटे-छोटे बच्चे भी हैं तो उन्होंने हरसंभव मदद का आश्वासन गोलू की मां को दिया. शिकागो के गुरुद्वारा साहिब वीटन की ट्रस्टी और लीनियस सिख कम्युनिटी सेंटर की पीआरओ डॉ परमजीत कौर ने पीड़ित परिवार से मिलने के बाद कहा कि यह बहुत दुखद है कि बच्चे तो छोटे-छोटे हैं ही और गोलू की मां को कैंसर भी है. उन्होने कहा कि इस परिवार को शिकागो के सिख परिवारों से भी आर्थिक मदद दिलाने की जरूरत है ताकि गोलू के बच्चों का पालन-पोषण हो और बूढ़ी मां का ईलाज हो सके.
अंतिम अरदास में रंगरेटा महासभा के कुलवंत सिंह, सुखदेव सिंह मिट्ठू, जसवंत सिंह गिल, मान सिंह खंडे, गुलशन सिंह फौजी, सोनी सिंह सहित अन्य कई गणमान्य उपस्थित थे. अरदास के बाद सभी गोलू के घर भी गए.
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