जमशेदपुर : पूर्व प्रधानाध्यापक एवं अधिवक्ता कुलविंदर सिंह ने चंडीगढ़ विश्वविद्यालय के कुलपति सरदार सतनाम सिंह संधू को राज्यसभा के लिए मनोनीत करने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र भाई मोदी के प्रति आभार जताया है. सरदार सतनाम सिंह संधू को बधाई देते हुए कुलविंदर सिंह ने कहा कि महामहिम राष्ट्रपति ने एक शिक्षाविद एवं किसान के बेटे को देश के उच्च सदन के लिए नामित कर एक नई दिशा दी है. सतनाम सिंह संधू ने शैक्षणिक संस्थाओं की चंडीगढ़ में स्थापना कर राष्ट्रीय एकता अखंडता को मजबूत करने के साथ ही नई पीढ़ी को वैश्विक स्तर की शिक्षा प्रदान कर रहे हैं.
कुलविंदर सिंह ने सतनाम सिंह संधू से संपर्क कर उनसे आग्रह किया है कि वह इस तरह के संस्थानों को चंडीगढ़ पंजाब दिल्ली से बाहर झारखंड बिहार में भी स्थापित करने का काम करें. जहां रहने वाले सिखों के साथ ही अन्य वर्ग के होनहार विद्यार्थियों को वैश्विक स्तर की शिक्षा प्राप्त हो सके. कुलविंदर सिंह के अनुसार किसान के बेटे सतनाम सिंह संधू ने 2001 में चंडीगढ़ ग्रुप आफ कॉलेजेस का स्थापना शुरू किया और कालांतर में 2012 में चंडीगढ़ विश्वविद्यालय की स्थापना की. मात्र 11 साल के अल्पकाल में इस संस्थान ने एशिया के निजी विश्वविद्यालय में शीर्ष स्थान प्राप्त किया है, जो सतनाम सिंह संधू की लगन को दर्शाता है. विश्व स्तरीय शिक्षा प्रदान करने को अपना मिशन बनाने वाले सतनाम सिंह संधू नई पीढ़ी के लिए एक बड़े आदर्श के रूप में देश में सामने आए हैं और उन्हें राज्यसभा में भेज कर राष्ट्रपति जी ने उत्कृष्ट कार्य किया है. अब राज्यसभा के माध्यम से सिखों की बौद्धिक क्षमता को और अच्छा करने के लिए सामूहिक प्रयास करेंगे, जिसका फलाफल देश को विकसित राष्ट्रों की अगली पंक्ति में स्थापित करने में सहायक साबित होगा.