जमशेदपुर : चकुलिया के कांटाबनी गांव की रहने वाली दिव्यांग सुलता पाल सोमवार के जिले के डीसी सूरज कुमार से मिलने के लिए पहुंची हुई थी। यहां पर उसे पुलिस वालों ने मिलने से रोक दिया। उसे बाहर ही रोक दिया गया। इसके बाद बाहर ही जमीन पर बैठी रही। उसने अपना दुखड़ा रोया और कहा कि उसने एमए पास की है। अब आगे बीएड करना चाहती है। बीएड में दाखिला कराने के लिए ही डीसी साहेब से मिलने के लिए आई थी।
अपने पैरों पर खड़ा नहीं हो पाती है सुलता
दिव्यांग सुलता ने बताया कि उसका दोनों पैर पूर्ण रूप से विकलांग है। व ह अपने पैरों पर खड़ा नहीं हो पाती है। किसी तरह से वह चकुलिया से यहां आई है। उसे लगता है कि वह अपना निवेदन भी डीसी साहेब से नहीं कर सकेगी।
समाज को दिखाना चाहती है आईना
सुलता का कहना है कि वह शिक्षा के क्षेत्र में समाज को आईना दिखाना चाहती हैं। वह इतनी पढ़ाई करना चाहती है कि उसकी अलग पहचान बने। इसके लिए आर्थिक तंगी उसके आड़े आ गई है। आर्थिक तंगी के कारण ही वह अपनी आगे की पढ़ाई नहीं कर पा रही है।