जमशेदपुर : पटमदा का झुंझका गांव आज भी विकास की किरणों से ओझल है। विकास के नाम पर गांव में सिर्फ सरकारी चापाकल ही इक्का-दुक्का देखे जाते हैं। गांव तक पहुंचने के लिए पक्की सड़क की बात तो छोड़ ही दें। कच्ची सड़क भी आवागमन करने के लायक नहीं है। ऐसा भी नहीं है कि अपनी समस्याओं को यहां के लोग जनप्रतिनिधियों से नहीं उठाते हैं। चुनाव में प्रत्येक साल लोग गांव की समस्याओं को रखते हैं, बावजूद जनप्रतिनिधि इस दिशा में पहल नहीं करते हैं।
पटमदा चौक से 20 किलोमीटर दूर है झुंझका
झुंझका गांव की बात करें तो यह पटमदा के बेलटांड़ चौक से 20 किलोमीटर की दूरी पर अवस्थित है। एक बार गांव की सड़क को बनाने की स्वीकृति भी मिल गई थी, लेकिन काम शुरू तक नहीं हुआ। यह सवाल गांव के लोग जनप्रतिनिधि से कर रहे हैं। झुंझका टोला चौकी मेला में दर्जनों परिवार कच्ची सड़क पर चलने को विवश हैं।
बारिश के दिनों में होती है भारी परेशानी
इस टोला में अगर बारिश के दिनों में जाना है तो भारी परेशानी होती है। टोला के ही ग्रामीण संतोष महतो ने कहा कि पक्की सड़क नहीं होने के कारण लोग उबड-खाबड़ सड़कों पर चलने को लोग विवश हैं। किसी भी मरीज को अस्पताल तक ले जाना एक चेतावनी बनी हुई है।