जमशेदपुर।
अखिल भारतीय पूर्व सैनिक सेवा परिषद,जमशेदपुर का मुख्य उद्देश्य पूर्व सैनिकों का सम्मान और उनका नियोजन है जिससे उनकी जीवन शैली समाज के साथ गतिमान हो सके। हम सबको मिलकर एक सशक्त सैनिक संगठन बनाना है जिससे सैन्य हितों की रक्षा के साथ साथ उनको स्तरीय रोजगार मिल सके। आज यह बात एग्रिको में आयोजित सैन्य सम्मेलन के दौरान अध्यक्ष विनय कुमार यादव ने अपने संबोधन में कहा। कार्यक्रम का आरम्भ भारतमाता के स्मरण और शहीदों एवं शहीद परिवार को नमन के साथ हुआ। संगठन गीत कुन्दन सिंह ने प्रस्तुत किया।इसके बाद परिचय सत्र अवधेश कुमार के नेतृत्व में हुआ। सभी नए सदस्य जिन्होंने आज परिषद की सदस्यता ग्रहण की उनका भारतमाता की जय और वन्दे मातरम के घोष के साथ ज़िला के पूर्व अध्यक्ष वरुण कुमार ने किया ने वीरेंद्र कुमार सदस्यता ग्रहण की। परिचय सत्र के बाद गत माह का कार्यक्रम समीक्षा और आय व्यय का विवरण दीपक शर्मा ने प्रस्तुत किया। आगे के कार्यक्रम किं योजना और नीति पर ज़िला। आलोक पांडे और संगाठन के वरीय सदस्य सुखविंदर सिंह ने बैठक में रखा। रमेश प्रसाद ने मातृशक्ति को पूर्व सैनिकों की सुविधा के बारे में जानकारी देने का प्रस्ताव रखा। जबकिं इस बैठक में मुख्य रूप से अतिथि के रूप में उपस्थित राकेश कुमार।जबकिं संगाठन के दया भूषण ने विशेष संबोधन किया। धनन्यवाद ज्ञापन हवलदार मनोज कुमार सिंह ने किया। ECHS की मेडिकल व्यवस्था और जिला सैनिक कल्याण कार्यालय चाईबासा के क्रिया कलाप और गतिविधियों पर में आपसी विचार विमर्श किया गया। अंत में भारत माता की जय और पूर्व सैनिक सेवा परिषद जिंदाबाद के उदघोष के साथ संपन्न हुआ।आज के कार्यक्रम में 55 पूर्व सैनिक उपस्थित रहे जिनमें प्रमुख रूप से वेद प्रकाश सत्येंद्र सिंह गुरमीत सिंह दयानंद विश्वजीत सत्यप्रकाश संजीव कुमार सिंह गोपाल कुमार निर्दोष बिपुल कुमार राजेन्द्र शर्मा पवन कुमार कमल कुमार बी बी सिंह सावना टुडू सुबोध कुनार रॉकेश पांडे निखिल सिन्हा के एन सिंह दीपक शर्मा वरुण कुमार विनय यादव,कृष्ण मोहन सिंह,जितेन्द्र सिंह,सुखविंदर सिंह ,बिरजू कुमार,उमेश सिंह,राकेश पांडेय, सत्यप्रकाश,पंकज शर्मा,अमरेन्द्र शर्मा ,सत्येन्द्र सिंह,जसबीर सिंह ,विजय कुमार,अमर नाथ ढोके,विश्वजीत सिंह,दयाभूषण,मनोज कुमार सिंह,पवन कुमार ,एल बी सिंह ,अवधेश कुमार ,गोपाल कुमार ,वाई के मिश्रा ,सतेंद्र सिंह, केशव कुमार वर्मा , ,राजेश कुमार,दीपक शर्माृ आदि।