जमशेदपुर।
छोटानागपुर प्रमंडल जोन के आईजी पंकज कंबोज गुरुवार को जमशेदपुर दौरे पर थे. उनके दौरे को लेकर कोल्हान डीआईजी अजय लिंडा भी आये हुए थे. तभी सूचना आई कि चाईबासा में नक्सलियों द्वारा बिछाई गई आईडी ब्लास्ट हो गई है, जिसके बाद वह मीटिंग छोड़कर घटनास्थल निकल गए. इधर, आईजी पंकज ने शाम को पत्रकारों को दावा किया कि नक्सली गतिविधियां थमी हुई है. चाईबासा में हुई घटना पर उन्होंने कहा की वह इलाके में पुलिस नियंत्रण भ्रमण कर रही है. उनके द्वारा जो आईडी बिछाये गए थे. क्षेत्र में भ्रमण के दौरान वही ब्लास्ट हो रहे हैं, जिसमें कभी जानवर, ग्रामीण और पुलिस घटना का शिकार हो रहे हैं. उन्होंने कहा कि नक्सलियों की गढ़ सारंडा में अब पुलिस घुस चुकी है. उन्होंने नक्सलियों को सरकार की सरेंडर पॉलिसी का लाभ लेने के लिए जोर दिया. आईजी ने पत्रकारों को सम्बोधित करते हुए बताया की वह एसएसपी कार्यालय के वार्षिक निरीक्षण में आये थे. उन्होंने पांच साल के लंबित मामलों की समीक्षा करते हुए उनका निष्पदन के आदेश दिए हैं. उन्होंने कहा की 15 सालों में लूट, डकैती के जो भी आरोपी हैं उनकी निगरानी के निर्देश दिए गए हैं. इसमें नक्सली कांड भी शामिल हैं. उन्होंने बताया की ये आरोपी वर्तमान में क्या कर रहे हैं. उनका रोजगार कैसे चल रहा है. उसके अनुरूप ही उनपर आगे की कार्रवाई करने का निर्देश एसएसपी को दिया गया है. उन्होंने बताया की पुराने रिकॉर्ड को डिस्पोजल करने का भी आदेश दिया गया है. आईजी ने बताया की शुक्रवार को वे पुलिस लाइन का निरीक्षण करेंगे. आईजी ने बताया की निरीक्षण के क्रम में सुपरवाइजरी अधिकारी के एनुअल इंस्पेक्शन की कार्रवाई की भी जानकारी ली गई, जहां पाया गया की बहुत से विभागों को अधिकारीयों ने निरीक्षण नहीं किया है. दो माह में उन्हें टारगेट पूरा करने का निर्देश दिया गया है.
जोनल आईजी ने जमशेदपुर में पुलिस गश्त की निगरानी के लिए एसएसपी द्वारा शुरू किए गए क्यूआर कोड निगरानी सिस्टम की तारीफ की. जोनल आईजी ने एसएसपी को निर्देश दिए हैं कि 25 साल पुराने जिन केस में फैसला हो चुका है और आगे अपील नहीं हुई है, जो केस बंद हो चुके हैं और रिकॉर्ड किसी काम के नहीं है, उनको नियमानुसार ठिकाने लगा दिया जाए ताकि ऑफिस में और जगह बन जाए.
उन्होंने कहा कि निरीक्षण के दौरान उन्होंने पाया कि अपराध शाखा में इतनी फाइल है कि वहां बैठने तक की जगह नहीं है. इसके लिए निर्देश दिए गए है कि जो भी मामले जिनमे न्यायलय से निर्णय आ गया है पर उसको लेकर अपील नहीं की गई है ऐसे मामलों को निष्पादित किया जाए. वहीं साल 2017 से पुराने मामलों को भी निष्पादित करने का आदेश दिया गया है.
पूर्व सांसद सुनिल महतो हत्याकांड सीबीआइ के जिम्मे है
एक सवाल के जवाब में जोनल आइजी ने कहा कि पूर्व सांसद सुनिल महतो की हत्या का मामला सीबीआइ के हाथ में है. इस कारण से वे इस मामले में कुछ नहीं कर सकते हैं. इसमें शामिल एक आरोपी के बारे में बताया गया कि बंगाल में सरेंडर कर चुका है, लेकिन बंगाल की पुलिस झारखंड की पुलिस को मदद नहीं कर रही है.
जिले में 2541 मामले हैं लंबित
जोनल आइजी ने कहा कि जिले में 2541 मामले लंबित हैं. वहीं 2017 से लेकर अब तक के मामले का निष्पादन अगले दो माह के भीतर ही कर देने को कहा गया है. जमशेदपुर में अपराध हुये हैं, लेकिन पुलिस को उसमे सफलता भी हाथ लगी है. 2022 में बैंक डकैती की भी घटना घटी थी, लेकिन पुलिस ने उसका भी उद्भेदन कर दिया है.
अब साइबर थाने में आरक्षी भी करेंगे ड्यूटी
जोनल आइजी ने कहा कि साइबर क्राइम की समस्या बढ़ती जा रही है. ऐसे में अब साइबर थाने में आरक्षी की भी पदस्थापना की जायेगी. इसके पहले तक साइबर थाने में सिर्फ इंसपेक्टर ही काम करते थे. पूर्व में सब इंसपेक्टर को भी पदस्थापित किया गया है. आइजी का कहना है कि साइबर क्राइम का उद्भेदन करने के लिये बड़ी टीम की जरूरत है. इसके लिये लंबा मूवमेंट होता है. इसको लेकर आम लोगों को भी जागरूक होने की जरूरत है.
चाईबासा एसपी व जैप 6 में कमांडेंट रह चुके हैं पंकज कंबोज
पंकज कंबोज का कहना है कि वे पहले चाईबासा में एसपी के रूप में अपनी सेवा दे चुके हैं. उसके बाद जनवरी 2014 में जमशेदपुर में ही जैप 6 में कमांडेंट के रूप गुरुवार को वे सिर्फ एसएसपी ऑफिस का ही निरीक्षण कर सके हैं. उन्हें पुलिस लाइन भी जाना था, लेकिन नहीं जा सके हैं. अगले दो माह के भीतर एसएसपी, सिटी एसपी, ग्रामीण एसपी, डीएसपी और इंसपेक्टर को अपने क्षेत्र का निरीक्षण कर रिपोर्ट देने के लिये कहा है.