जमशेदपुर : शहर में सरहूल का त्योहार बेहद ही सादगीपूर्ण तरीके से मनाई जा रही है । आदिवासी समुदाय पारंपरिक पूजा-पाठ कर एक-दूसरे को सरहूल की बधाइयां दे रहे हैं । राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री भाजपा राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रघुवर दास और जमशेदपुर पूर्वी के विधायक सरयू राय सरना स्थल पर पहुंचे । लोगों को सरहुल पर्व की बधाइयां दी । दोनों ही नेताओं ने सरहूल पर्व को प्रकृति का पर्व बताया और इसके माध्यम से प्रकृति संरक्षण का संदेश दिया दोनों नेताओं ने आदिवासियों के इस महान परंपरा को जीवन में आत्मसात किए जाने पर बल दिया । कहा कि आदिवासी समाज प्रकृति के पुजारी होते हैं । प्रकृति के संरक्षण से ही मानव जाति का कल्याण संभव है ।
जमशेदपुर में पूरा भारत निवास करता है : सरयू
विधायक सरयू राय ने कहा कि जमशेदपुर में पूरा भारत बसता है । सभी जाति, संप्रदाय और धर्म को मानने वाले लोग बसते हैं । सभी एक-दूसरे के पर्व त्योहारों पर एकजूट होकर खुशियां बांटते हैं । सरहूल पर्व पर भी ऐसा ही देखने को मिलता है उन्होंने सभी से प्रकृति की रक्षा करने का संकल्प लेने की अपील की । उधर सरहूल पूजा कमेटियों की ओर से सभी गणमान्य अतिथियों का गर्मजोशी से स्वागत करते हुए अनेकता में एकता का संदेश दिया ।