Ashok Kumar
जमशेदपुर : प्रेम-प्रसंग में रिश्ते का कत्ल सदियों से होता आ रहा है. दशकों बाद अब भी यह थमने का नाम नहीं ले रहा है. जमशेदपुर शहर की बात करें तो प्रेम की दीवानगी में प्रेमी के साथ मिलकर माता, पिता, भाई और बहन तक की हत्या हो चुकी है शहर की चैताली-रिजवान जैसी चर्चित घटना गोविंदपुर में ढाई दशक पहले घटी थी. तब शहर के लोग वारदात की जानकारी पाकर सिहर गये थे, लेकिन इस तरह की खौफनाक घटनायें अबतक थमी नही है. प्रेम-प्रसंग में हत्या जैसी खौफनाक वारदातें थमने का नाम ही नहीं रही है.
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1999- चैताली-रिजवान ने की थी माता-पिता, भाई और नानी की हत्या
शहर के गोविंदपुर घोड़ाबांधा की रहने वाली चैताली भौमिक ने अपने प्रेमी रिजवान के साथ मिलकर मई 1999 में अपने माता-पिता, भाई और नानी की हत्या कर शव को शौचालय की टंकी में डाल दिया था. कई दिनों के बाद पुलिस ने जांच के क्रम में नर-कंकाल शौचालय की टंकी से बरामद किया था. वर्ष 2000 में कोर्ट ने दोनों को फांसी की सजा सुनायी थी. बाद में अपील याचिका पर सुप्रीम कोर्ट ने सुनवायी करते हुये सजा को उम्रकैद में बदल दिया था. 18 साल तक दोनों जेल में रहे उसके बाद 2018 में दोनों को रिहा कर दिया गया. अब दोनों सामान्य जिंदगी गुजार रहे हैं. फरारी के दौरान ही दोनों ने बेटा को जन्म दिया था.
2022- गोलमुरी पुलिस लाइन में ट्रिपल मर्डर
जुलाई 2022 में प्रेम-प्रसंग में ही प्रेमी ने अपनी प्रेमिका महिला सिपाही सबिता रानी हेम्ब्रम, बेटी गीता और मां लखिया हेम्ब्रम की हत्या कर दी थी. जांच में पता चला कि हत्या में एसएसपी का बॉडीगार्ड पुलिस चालक रामचंद सिंह जामुदा शामिल है. इसके बाद उसे गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था. चालक महिला सिपाही सबिता से प्रेम करता था. चालक को पता चला कि सविता किसी सुंदर टुडू नामक युवक से बातचीत करती है. इसके बाद ही उसने उसके घर पर ही रात के समय प्रेमिका को रास्ते से हटा दिया.
2021- एएसआइ ने की थी जया पटेल की हत्या
बिष्टुपुर की रहने वाली वर्षा पटेल की हत्या प्रेम-प्रसंग में ही प्रेमी एएसआइ धर्मेंद्र कुमार सिंह ने नवंबर 2021 में पीट-पीटकर कर दी थी. घटना के बाद उसने शव को टेल्को के सीटू तालाब में फेंक दिया था. पांच दिनों के बाद शव तालाब से बरामद हुआ था. इसके बाद एएसआइ के खिलाफ बिष्टुपुर थाने में मामला दर्ज कराया गया था. मामले में कोर्ट ने आरोपी एएसआई को 15 माह के बाद उम्रकैद की सजा सुनाई थी.
2019- खड़ंगाझार के तपन की हत्या
टेल्को खड़ंगाझार के रहनेवाले जमीन कारोबारी तपन दास की हत्या पत्नी बुलेट रानी उर्फ श्वेता दास ने ही प्रेमी सुमित सिंह के साथ मिलकर वर्ष 2019 में करवायी थी. शव फ्रीज के भीतर से बड़ाबांकी जंगल से पांच दिनों के बाद बरामद हुआ था. घटना के बाद पुलिस ने श्वेता और सुमित को गिरफ्तार कर जेल भेजा था. मामले में दोनों उम्रकैद की सजा काट रहे हैं.
2016- बैंक मैनेजर ने करायी थी पत्नी व बेटे की हत्या
शहर के उलीडीह में 16 नवंबर 2016 को बैंक मैनेजर ने अपनी पत्नी मंजू देवी और तीन साल के बेटे की हत्या करवायी थी. पत्नी डिमना रोड स्थित मधुसूदन चौधरी काम्पलेक्स में रहती थी पति कोलकाता में नौकरी करता था. घटना के बाद जांच में यह बात सामने आयी थी कि बैंक मैनेजर किसी महिला से प्रेम करता था. इसमें पत्नी बाधक बन रही थी. कोलकाता में बैठकर ही बैंककर्मी ने पत्नी की हत्या करवाई थी.
2016- कदमा की खेमलता साहू की हत्या
कदमा तानसा रोड की रहनेवाली खेमलता साहू की हत्या 28 जून 2016 को की गयी थी. मामले में उसके प्रेमी बीनू को उम्रकैद की सजा काट रहा है. टाटा स्टील के कर्मचारी पति कार्तिक साहू घटना की रात 10.30 बजे घर आये थे. तब देखा कि पत्नी पलंग पर छट-पटा रही है. इसके बाद कार्तिक ने पत्नी के भाई धर्मेंद्र को फोन कर घर पर बुलाया और टीएमएच में इलाज के लिये भर्ती कराया था. यहां पर डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया था.
2007- टाटा स्टील के अंचल श्रीवास्तव की हत्या
टाटा स्टील के अधिकारी अंचल श्रीवास्तव की हत्या वर्ष 2007 में प्रेम-प्रसंग के कारण ही की गयी थी. कदमा के रहनेवाले अंचल श्रीवास्तव की बेटी दोस्त राजा से प्रेम करती थी. आरोप लगा था कि पिता प्रेम में बाधक बन रहे थे. इस बीच बेटी ने ही प्रेमी राजा से मिलकर पिता को रास्ते से हटवा दिया था. मामले में पुलिस ने आरोपी राजा को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था.
2003- प्रेम-प्रसंग में टाटा स्टील के अधिकारी की हत्या
सीतामडेरा में रहनेवाले टाटा स्टील के खेल पदाधिकारी पी रत्नाकर राव की हत्या वर्ष 2003 में प्रेम-प्रसंग को लेकर ही की गयी थी. उन्हें गोली मारी गयी थी और हत्या करवाने का आरोप पत्नी डॉली पर लगा था. तब आरोप लगा था कि पत्नी ने अपने प्रेमी छोटका से हत्या करवायी थी. कारण यह सामने आया था कि पी रत्नाकर राव प्रेम-संबंध में बाधक बन रहे थे. बहुचर्चित मामले में डॉली को कोर्ट ने बाद में बरी कर दिया था.
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