जमशेदपुर। शहर की धार्मिक संस्था कालका माता परिवार टाटानगर द्धारा कुलदेवी श्री अमरसर वाली कालका माता का झूलन एवं सिंधारा उत्सव शुक्रवार को बिष्टुपुर राजस्थान भवन में धूमधाम से मनाया गया।
इस धार्मिक उत्सव में भजन गायक महावीर अग्रवाल मुन्ना ने श्री गणेश वंदना पालना मे झुले गणपत… के साथ भजनों का कार्यक्रम शुरू किया, जो देर रात तक चलते रहा। इससे पहले संध्या 4 बजे से कालका माता की पूजा अर्चना शुरू हुई। कुसुम-अंबिका नागेलिया ने पूजा की और पंडित रामजी पारिक ने पूजा करायी तथा सबको रक्षा सूत्र बांधा। महोत्सव में सभी महिलाएं चुदड़़ी ओढ़े व राजस्थानी परिधान में थीं।
स्थानीय भजन गायक महावीर अग्रवाल और मंजु सैन द्धारा माता के चरणों में भजनों की अमृत वर्षा की गयी। संध्या 06.30 बजे से पूजा झा द्धारा मंगलपाठ का वाचन किया गया। साथ ही भजनों की प्रस्तुति की गयी। संस्था से जुड़ी महिलाओं की बच्चियों ने माता का रूप धारण कर नृत्य किया। भजनों के साथ नृत्य ने सबका मन मोहा। राजस्थान भवन का पूरा माहौल भक्तिमय हो गया था।
इस धार्मिक मौके पर भजन गायकों द्वारा थारे झांझ नगाड़ा बाजे रे…, झुलो झुलो माँ कालका भवानी…, किसने रचाई मेहंदी हाथ मे… चालो चालो मईया का सिंधारा करस्यां… लाया थारी चुदड़ी कर लो मां स्वीकार…, बेगा बेगा आओ मेरी मां…, मंदिर सज गया प्यारा प्यारा…, कितनी सुदर कितनी भोली बड़ी प्यारी… आदि माता के चरणों में भजनों की अमृत वर्षा कर भक्तों को झूमने पर मजबूर कर दिया।
मुख्य आकर्षणः- परिवार की महिलाओं द्धारा सजाया गया कालका माता का दरबार, झूला, छप्पन भोग, अखंड ज्योत तथा महा प्रसाद था। सैकड़ों की संख्या में भक्तों ने माता का प्रसाद ग्रहण किया।
इनका रहा योगदानः- इस धार्मिक महोत्सव को सफल बनाने में प्रमुख रूप से कुंज बिहारी नागेलिया, सत्यनारायण नरेड़ी, विश्वनाथ नरेड़ी, घनश्याम अग्रवाल, उत्तम नरेड़ी, किशोर नागेलिया, सुशील, राजेश शर्मा, निशा नागेललिया, रितु नागेलिया, विनीता नरेड़ी, ममता केडिया, कृष्णा केडिया, संजना अग्रवाल, शालिनी अग्रवाल समेत कालका माता परिवार के सभी सदस्यों का योगदान रहा।