जमशेदपुर : कार्तिक मुंडा कभी अखिलेश सिंह और परमजीत सिंह गैंग में भी काम कर चुका था. पहले अखिलेश सिंह के गैंग में था, लेकिन उससे उसकी किसी बात को लेकर कहा-सुनी हो गई थी. इसके बाद वह परमजीत सिंह के गैंग में शामिल हो गया था. परमजीत सिंह की हत्या घाघीडीह जेल में कर दी गई थी. इस मामले में कार्तिक मुंडा गवाह भी बना था.
कार्तिक मुंडा पहले सीतारामडेरा थाना क्षेत्र में ही निवास करता था. इधर वह कई सालों से सरायकेला थाना क्षेत्र में अपराध में पूरी तरह से सक्रिय था. इसको लेकर सरायकेला-खरसावां और जमशेदपुर की पुलिस भी परेशान थी.
सरायकेला-जमशेदपुर से निकला हुआ था वारंट
कार्तिक मुंडा के खिलाफ सरायकेला-खरसावां और जमशेदपुर से भी उसके खिलाफ गिरफ्तारी का वारंट निकला हुआ था. गुरुवार की देर रात पुलिस को सूचना मिली थी कि वह सोनारी के संगम बिहार के मित्तल अपार्टमेंट छिपा हुआ है.
की गई थी संयुक्त छापेमारी
कार्तिक की गिरफ्तारी के लिए सरायकेला-खरसावां और जमशेदपुर की पुलिस टीम ने संयुक्त रूप से छापेमारी करने पहुंची हुई थी. इस बीच कार्तिक पुलिस को देखकर भागने लगा था. जब उसे लगने लगा कि अब वह पुलिस से बचने वाला नहीं है तब उसने तीसरी मंजिल से कूद गया.
जमशेदपुर से था तड़ीपार
कार्तिक मुंडा जमशेदपुर से तड़ीपार था. उसकी तलाश पुलिस कई सालों से कर रही थी. उसकी गिरफ्तारी नहीं हो पाने से सरायकेला और जमशेदपुर की पुलिस खासा परेशान थी. इस बारे में पुलिस कुछ भी बताने से कतरा रही है.