जमशेदपुर ।
शहर के शराब पीने के शौकीनों की परेशानी साल के अंतिम महीने में बढ़ चली है. इसकी वजह मांग के अनुरूप शराब का स्टॉक उपलब्ध नहीं होना है. इससे होटल और बार संचालक सकते में हैं. उन्हें जरूरत के मुताबिक स्टॉक नहीं मिलने के कारण कई परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. इस पर जमशेदपुर होटल एंड रेस्टोरेंट एसोसिएशन (जेएचआरए) ने जताई चिंता जताई है. साथ ही स्थिति की गंभीरता को समझते हुए एसोसिएशन ने अपनी आवाज बुलंद करना शुरू कर दिया है. उनका कहना है कि जमशेदपुर के सभी होटलों और बार में शराब के स्टॉक में कमी आयी है. हालत यह है कि दुकानों में व्हिस्की, वोदका के साथ साथ बीयर की भारी कमी है. यहां तक कि कई बार भी बंद होने के कगार पर हैं. दुकानों और बार में व्हिस्की के कुछ ब्रांड तो मिल भी जा रहे हैं, लेकिन ठंड के इस मौसम में वाइन व्हिस्की की भारी किल्लत ने दुकानदारों के साथ बार संचालकों की जैसे कमर ही तोड़ दी है. इससे पूर्व कोविड की वजह से होटलों और बार मालिकों पहले भी मंदी की मार झेल चुके हैं. अब हालात सुधर रहे हैं तो ऐसे में स्टॉक की कमी परेशानी का सबब बन गयी है.
सर्दी के मौसम में व्हिस्की की रहती है भारी डिमांड
वह भी सर्दी के इस मौसम में, जब विस्की की भारी डिमांड रहती है. लेकिन स्टॉक नहीं रहने से होटलों और बार संचालकों को धंधा चलाना मुश्किल हो गया है. एसोसिएशन के अधिकारियों के मुताबिक इस तरह की स्थिति उत्पन्न होने से सरकार के राजस्व में भी भारी कमी आ रही है. व्हिस्की और बीयर पीने के शौकीनों को उनकी पसंद का ब्रांड नहीं मिल पा रहा है. उम्मीद जतायी जा रही थी कि नयी व्यवस्था लागू होने पर हालत सुधरेंगे, लेकिन मौजूदा हालात पहले से भी खराब हो गयी है.
दुकानों से टैग हैं होटल और बार
बात दें कि झारखंड सरकार की मौजूदा शराब नीति के तहत होटलों और बार को अंग्रेजी शराब दुकानों के साथ टैग कर दिया गया है. ऐसे में बार और होटल संचालक को उसी दुकान से माल उठाना पड़ता है, जिस दुकान से उन्हें टैग किया गया है. अब दुकानों में ही जब व्हिस्की और बीयर का स्टॉक नहीं है तो बार और होटल तक शराब की खेप कैसे पहुंचेगा. यही समस्या का मूल कारण है. एसोसिएशन ने सरकार और उत्पाद विभाग से इस दिशा में जल्द ठोस कदम उठाने की मांग की है.