जमशेदपुर।
मानगो की संगत ने कड़कड़ाती ठंड में गुम्बद में कीर्तन गायन कर चारों साहिबज़ादों की शहादत को याद कर शहीदी सप्ताह की शुरुआत की. इससे पूर्व गुरुवार को चेतना यात्रा निकाली गई. गुरुद्वारा सिंह सभा मानगो की संगत ने तड़के सुबह भीषण ठंड में गुरुद्वारा की गुंबद में कीर्तन किया. इस पर प्रकाश डालते हुए ज्ञानी गुरप्रताप सिंह ने बताया कि चारों साहिबज़ादों और माता गूजरी जी ने ठंडे बुर्ज में रह कर रातें बितायी थी. उसी यातना का अनुभव करने के लिए संगत ने गुम्बद में कीर्तन गायन करने की इच्छा की थी. उन्होंने आगे कहा की संगत ने यह महसूस किया है कि छोटे साहिबज़ादों के किस प्रकार सिख धर्म की रक्षा के लिये यातना सही.
इससे पूर्व संगत ने चेतना यात्रा के रूप में कीर्तन यात्रा आयोजित की, जो मानगो गुरुद्वारा से शुरू होकर शंकोसाई होते हुए मुंशी मोहल्ला होते हुए गुरुद्वारा साहिब में संपन्न हो गई. यात्रा में गतका टीम के अलावा हज़ूरी रागी जत्था गगनदीप सिंह शब्द कीर्तन करते हुए संगत को निहाल कर रहे थे.
गुरुद्वारा के प्रधान भगवान सिंह अन्य कमेटी सदस्यों के साथ यात्रा में शरीक हुए . इस अवसर पर उन्होंने कहा कि साहिबज़ादों की शहादत दे दी पर सिखी नहीं छोड़ी. उन्होंने आगे कहा की आज के सिख समाज की उनसे प्रेरणा लेने कि आवश्यकता है. शहीदी सप्ताह के दौरान मानगो गुरुद्वारा में और भी कई सामाजिक और धार्मिक कार्यक्रम सप्ताह भर आयोजित किए जायेंगे.