जमशेदपुर : एमजीएम मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में क्लर्क के पद में कार्यरत पिंकी कुमारी का बुधवार की सुबह करीब पांच बजे टाटा मुख्य अस्पताल में निधन हो गया. मामले की जानकारी मिलने के बाद भाजपा नेता विकास सिंह टाटा मुख्य अस्पताल पहुंचे. उन्होंने अस्पताल में मौजूद पिंकी कुमारी की बड़ी बहन और उनके बहनोई जो बेंगलुरु में रहते हैं, उनसे बात की. उन्होंने बताया कि शनिवार के दिन पिंकी को राज्य सरकार ने चुनाव के कार्य में लगाया था. रविवार के दिन साप्ताहिक छुट्टी थी. रविवार की शाम करीब सवा सात बजे अपने मंगेतर के साथ पिंकी मानगो के समता नगर से डिमना चौक जा रही थी. उसी दौरान एनएच-33 स्थित महिंद्रा शोरूम के समीप तीन ऑटो चालक आपस में रेसिंग लगा रहे थे, उसमें एक ऑटो से पिंकी की स्कूटी में धक्का लग गया. स्कूटी पिंकी के मंगेतर चला रहे थे और पिंकी पीछे बैठी हुई थी. ऑटो से धक्का लगते ही पिंकी बीच सड़क पर गिर गई. उसकी हालत गंभीर हो गई, आनन फानन में मंगेतर ने घायल पिंकी को टाटा मुख्य अस्पताल लेकर गए, जहां डॉक्टर ने उसकी स्थिति को चिंताजनक बताया. (नीचे भी पढ़ें)
पिंकी के पिताजी की मानसिक हालत ठीक नहीं है. मंगेतर ने इसकी सूचना बेंगलुरू में कार्यरत पिंकी की बड़ी बहन को दी. उसकी बहन और बहनोई जमशेदपुर पहुंचे. इस बीच तीन दिनों से जिंदगी और मौत से जूझ रही पिंकी कुमारी ने अस्पताल में दम तोड़ दिया. इधर, टाटा मुख्य अस्पताल के द्वारा अस्पताल का बकाया लगभग एक लाख रूपया मांगा जा रहा है. सूचना मिलने पर भाजपा नेता विकास सिंह अस्पताल एवं पिंकी के आवास जाकर परिजनों से मिलकर शोक प्रकट किया. उन्होंने कहा कि पिंकी एमजीएम अस्पताल में क्लर्क के पद में पदस्थापित थी. ऐसे में उपायुक्त एवं एमजीएम अस्पताल प्रबंधन को मामले में हस्तक्षेप कर टाटा मुख्य अस्पताल में लगने वाली इलाज की राशि को माफ करवाते हुए दोषी ऑटो चालक पर कानूनी कार्रवाई करवानी चाहिए. भाजपा नेता ने मानगो के थाना प्रभारी को सीसीटीवी की मदद लेकर ऑटो चालक पर कानूनी कार्रवाई करने की मांग की है.