जमशेदपुर : बोड़ाम प्रखंड के भुला पंचायत बारियादा गांव के रहने वाले दीनबंधू महतो की किस्मत मनरेगा योजना से मिले सहयोग के कारण बदल गी है। अब वे आम की खेती करके अच्छी कमाई कर र हे हैं। घर-परिवार भी ठीक से चल रहा है।
चार बीघा जमीन पर लगाया है पेड़
मनरेगा योजना के तहत वर्ष 2015 – 16 में अपने 5 एकड़ भूमि पर करीब आठ सौ विभिन्न किस्म के आम के पौधे लगाकर अच्छी उपज कर रहे है। मेहनत का फल मीठा होता हैं। इस बात को सच करके दिखाया है।बोड़ाम प्रखंड के बारीयादा गांव के किसान दीनबंधु महतो ने जिनके मेहनत के बदौलत आज सफलता के साथ जीवन यापन कर अच्छी कमाई के साथ परिवार का भरण पोषण कर रहे हैं। किसान दीनबंधु महतो बताते हैं कि सरकार की ग्रामीण इलाकों में चल रही मनरेगा योजना के तहत पत्नी जुड़कर काम कर रही थी।
आम बागवानी योजना का उठाया लाभ
इसी क्रम में प्रखंड के द्वारा अपनी भूमि पर आम बागवानी की पहली योजना आई।बीडीओ के आग्रह पर करीब 5 एकड़ में 800 पौधे लगवाया गया।दो साल तक काफी नाजुक स्थिति में देखभाल करते हुए पौधों को तैयार किया।पहली बार अधिक मात्रा में फल नहीं लगे।परन्तु इस वर्ष काफी मात्रा में सभी पेड़ों पर फल लगा।जिसे जमशेदपुर जाकर बेचने पर अच्छी कमाई हो रही है।इस कोरोना काल में जीवन यापन में ये आम बगान एकमात्र सहारा बना।जिसके सहारे घर परिवार खुशहाली के साथ चल रही है।इस योजना से जुड़ने के लिए उन्होंने अन्य युवाओं को भी जागरूक किया।ताकि सरकार के सहयोग से अपना आर्थिक विकास हो सके।देशी आम होने के कारण बाजार में डिमांड भी अच्छी है।बाजार पहुंचते ही खरीदार टूट पड़ते हैं।प्रतिदिन दो चार क्विंटल आम निकल रहा है।