Jamshedpur : नक्सली कमांडर प्रशांत बोस और उसकी पत्नी शिला मरांडी की गिरफ़्तारी के विरोध में माओवादियों द्वारा आहूत 24 घंटे के बंद का कोल्हान में मिलाजुला असर दिखाई दिया। भारत बंद का शहरी क्षेत्र में असर न के बराबर रहा वहीँ ग्रामीण क्षेत्र में इसका आंशिक असर रहा। कहीं से कोई अप्रिय घटना का समाचार प्राप्त नहीं हुई। सरायकेला, जमशेदपुर और चाईबासा के जिला मुख्यालय में नक्सली बंदी का अभी तक कोई असर नहीं दिखा। बाजार आम दिनों की तरह खुले रहे।
पटमदा के पहाड़ियों में पुलिस करती रही एलआरपी
हाइवे पर बसों व भारी वाहनों का होता रहा परिचालन
तीनों जिलो में छोटे वाहनों का परिचालन जारी रहा। नक्सलियों के 24 घंटे भारत बंद का सीधा असर लंबी दूरी की बसों के कुछ रूट पर दिखाई दिया। हाइवे पर सामान्य दिनों की तरह ही भारी वाहनों का आवगमन जारी रहा। सीआरपीएफ व पुलिस के जवान नक्सल प्रभावित क्षेत्र में लगातार गश्त लगा रहे थे। वैसे भाकपा माओवादियों ने बंदी के दौरान चक्रधरपुर रेल मंडल स्थित लोटापहाड़ व सोनुवा स्टेशन बीच शुक्रवार देर रत दो रेल लाइन को बम ब्लास्ट कर उड़ा दिया।इससे रेल लाइन में लगे 6 स्लीपर पूरी तरह छतिग्रस्त हो गए और 25 हजार वोल्ट प्रवाहित ओवर हेड लाइन का तार टूट गया। इस घटना में मुंबई-हावड़ा मेल एक्सप्रेस ट्रेन ब्लास्ट की चपेट में आने से बाल-बाल बच गयी।