जमशेदपुर
राजमाता डीलर्स प्राइलेट लिमिटेड ने 2.40 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी करने का एक मामला साकची थाने में दर्ज कराया है. मामले में आरोपी आंध्र प्रदेश की अग्रवाल कोल कॉरपोरेशन प्राइवेट लिमिटेड को बनाया गया है. साकची राजेंद्रनगर के रहने वाले राजमाता डीलर्स प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक शंकर लाल अग्रवाल का कहना है कि कंपनी स्टील और कोल ट्रेडिंग का कार्य करती है. इसका कार्यालय मानगो पारीडीह वार्ड 9 मौजा में है. शिकायत में शंकर अग्रवाल का कहना है कि जनवरी 2022 में अग्रवाल कोल कॉरपोरेशन प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक विनोद अग्रवाल और तपन अग्रवाल ने अपने एडेंट ओम जी केसरवानी को पारडीह ऑफिस में भेजा था. कहा कि हमलोग साउथ अफ्रीका के अच्छे किस्म का कोयला आरबी-3 का आयात करते हैं. उसे कम दाम में सप्लाई कर सकते हैं. इससे आपको ज्यादा लाभ मिल सकता है. इसके बाद केसरवानी ने डायरेक्टर से बात करवायी. इसके बाद डायरेक्टर के साथ काम करने पर सहमति बनी.
शंकर लाल ने मामले में कहा है कि 3 मार्च को 4000 मीट्रिक टन माल देने का एकरारनामा किया गया था, लेकिन 3600 के लिये ही मेल पर जानकारी दी गयी. 25 मार्च को मेल आया कि 50 प्रतिशत माल डिडक्ट कर 2000 मीट्रिक टन देने की बात कही गयी. 16 अप्रैल को कंपनी की ओर से मेल किया गया कि 24 मार्च को आपका कार्गो पहुंच गया है. उनलोगों ने समय पर इसकी सूचना नहीं दी थी. बार-बार पूछने पर 22 दिनों के बाद इसकी जानकारी दी गयी. इसके बाद शंकर अग्रवाल की ओर से बैंक से 4.85 करोड़ लोन लेकर रुपये का भुगतान किया गया. उन्होंने कहा की 6.15 करोड़ रुपये का भुगतान भी कर दिया, लेकिन कोल देने के नाम पर उन्हें सिर्फ परेशान ही किया गया. अग्रवाल कंपनी की ओर से बाद में एकरारनामा समाप्त करने का भी मेल भेजा गया. अगर समय पर कोल दे दिया जाता है तब शंकर अग्रवाल को 2.40 करोड़ रुपये का लाभ हो सकता था. बाद में अग्रवाल कंपनी की ओर से 6.15 करोड़ रुपये वापस कर दिया गया, लेकिन उन्हें इस धंधे में 2.40 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है. फोन करने पर धमकी मिली कि कोर्ट जाने से किसने रोका है.