जमशेदपुर
इन दिनों लौहनगरी में दुर्गोत्सव का माहौल है. इस उत्सव के माहौल में पुलिस-प्रशासन के लिए सबसे बड़ी चुनौती सुरक्षा व यातायात व्यवस्था बनाए रखना है. शहर से लेकर गांव तक मेलों का आयोजन हो रहा है. मेले का ज्यादातर आयोजन पूजा समितियों द्वारा ही हो रहा है.
इसी बीच चौकाने वाली खबरें भी आ रही हैं. जहां मेलों की आड़ में जुआ, नशाखोरी और मुर्गा लड़ाई तक अवैध धंधे थानों के नाक के नीचे शुरू हो गए हैं. ग्रामीण क्षेत्रों में हब्बा-डब्बा और मुर्गा लड़ाई जुआडि़यों के लिए आकर्षण का केंद्र बना हुआ, जिसमें युवा अपनी गाढी कमाई रोजाना हार रहे हैं. इससे ग्रामीण क्षेत्रों में पुलिस की मौजूदगी में ऐसा होने से बुजुर्गों में नाराजगी है. ज्यादातर मेले में सुरक्षा के नाम पर पुलिस के जवानों की तैनाती और पेट्रोलिंग के बावजूद ऐसा कैसे संभव है ये बड़ा सवाल है.
हमें एक तस्वीर प्रत्यक्षदर्शी ने भेजी है, जिसमें जुआ (हब्बा-डब्बा) चलता नजर आ रहा है. यह तस्वीर परसुडीह-सुंदरनगर थाना के सीमावर्ती क्षेत्र तुपुडांग की बताई जा रही है, जहां खुलेआम किसी गोविंदा नेता नामक व्यक्ति द्वारा हब्बा-डब्बा चलाया जा रहा है. सूत्र बता रहे हैं कि रोजाना शाम 4.00 से 7.00 बजे तक यह पाडा़ चलता है, जिसमें खिलाडि़यों के हारने से आयोजक को 30-50 हजार तक की कमाई चंद घंटे में ही हो जाती है. यह धंधा पिछले 4 दिनों से बेरोक-टोक जारी है. हालांकि उपरोक्त वॉयरल तस्वीर सुंदरनगर क्षेत्र की है इसकी पुष्टि इनसाइडझारखंड.इन के पास नहीं है.