जमशेदपुर/धनबाद, 8 सितंबर। आत्मनिर्भर भारत के लिए आत्मविश्वास की दृष्टि के अनुरूप, भारत की सबसे बड़ी स्कूल एडटेक कंपनी, लीड ने भारत का पहला स्टुडेंट कॉन्फिडेंस इंडेक्स लॉन्च किया। इस अध्ययन में विभिन्न क्षेत्रों, शहरों, जनांकिकियों और कई अन्य मापदंडों के आधार पर स्कूल जाने वाले छात्रों के आत्मविश्वास के स्तर का आकलन किया गया है। टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंसेज के सहयोग से तैयार किए गए, लीड के इंडेक्स से छात्रों के आत्मविश्वास के संबंध में कई अत्यंत महत्वपूर्ण बातों को गहराई से जानने में मदद मिली है। जहाँ भारत के आत्मविश्वास का स्तर (कॉन्फिडेंस लेवल) 100 के पैमाने पर 75 है, वहीं 36 प्रतिशत छात्रों ने शीर्ष आत्मविश्वास स्तर (81 -100) का परिचय दिया है। इंडेक्स के बारे में टिप्पणी करते हुए लीड के सह-संस्थापक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी, सुमीत मेहता ने कहा कि यदि भारत को आत्मनिर्भर बनना है, तो हमारे छात्रों में भरपूर आत्मविश्वास होना चाहिए। लेकिन हमारे देश के छात्रों के आत्मविश्वास स्तर को जानने का कोई तरीका नहीं था। टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंसेज (एलएमआरएफ, एसएमएलएस) के साथ मिलकर तैयार किया गया लीड्स स्टूडेंट कॉन्फिडेंस इंडेक्स इस कमी को दूर करता है। यह एक वार्षिक सर्वेक्षण है और इससे हमें अपने छात्रों के आत्मविश्वास के स्तर पर नजर रखने में मदद मिलेगी और हमारे शिक्षा कार्यक्रमों के माध्यम से केंद्रित हस्तक्षेप करने में भी हमें सहायता मिलेगी। इस संबंध में टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंसेज, एलएमआरएफ, एसएमएलएस के असिस्टेंट प्रोफेसर, डॉ राहुल एस ने कहा कि हमें लीड के साथ मिलकर भारत के पहले छात्र आत्मविश्वास सूचकांक (स्टुडेंट कॉन्फिडेंस इंडेक्स) को तैयार करने की प्रसन्नता है। टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंसेज की एलएमआरएफ टीम की कठोर शोध प्रक्रिया के बाद इस आत्मविश्वास सूचकांक के निर्माण के लिए उपकरण तैयार हुआ। अकादमिक प्रदर्शन में परिलक्षित आत्मविश्वास को मापने में उपकरण की वैधता और विश्वसनीयता वैज्ञानिक रूप से स्थापित है। प्रमुख स्कूलों और छात्रों के साथ हमारे पास जो शोध और प्रदर्शन था, वह मुख्य रूप से हमें अकादमिक उपलब्धियों में सार्थक बदलाव लाने की क्षमता और अनिवार्य रूप से छात्रों के जीवन और कैरियर के बारे में आश्वस्त करता है।